Edited By Pardeep,Updated: 07 Jan, 2025 06:16 AM
पांच साल पहले चीन से फैला कोरोना वायरस (COVID-19) दुनियाभर में तबाही मचाने का कारण बना। लाखों मौतों के साथ, लॉकडाउन और अनगिनत आर्थिक संकटों ने सभी को हिला कर रख दिया। अब एक बार फिर, एक नया वायरस "ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस" (HMPV) चिंता का विषय बनता जा...
नेशनल डेस्कः पांच साल पहले चीन से फैला कोरोना वायरस (COVID-19) दुनियाभर में तबाही मचाने का कारण बना। लाखों मौतों के साथ, लॉकडाउन और अनगिनत आर्थिक संकटों ने सभी को हिला कर रख दिया। अब एक बार फिर, एक नया वायरस "ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस" (HMPV) चिंता का विषय बनता जा रहा है। चीन में तेजी से फैल रहा यह वायरस अब भारत समेत 5 देशों तक पहुंच चुका है। इस वायरस की बढ़ती रफ्तार और लक्षणों ने एक बार फिर दुनिया को सतर्क कर दिया है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यह वायरस क्या है, कितना खतरनाक है, और इसके खिलाफ क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
HMPV वायरस क्या है?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से सांस से संबंधित बीमारियों को जन्म देता है। यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है। इस वायरस के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं:
- सर्दी और जुकाम
- खांसी
- बुखार
- सांस लेने में दिक्कत
- गंभीर मामलों में निमोनिया
रोगियों में तीन से चार दिनों के भीतर यह फेफड़ों पर गंभीर प्रभाव डालता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कोई नया वायरस नहीं है। HMPV के मामले सर्दियों में अधिक देखने को मिलते हैं, लेकिन इस बार इसकी तीव्रता और प्रसार दर ने विशेषज्ञों को सतर्क कर दिया है।
HMPV का वर्तमान प्रसार और मामले
यह वायरस फिलहाल चीन में बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। चीन के अस्पतालों में भीड़ बढ़ने की खबरें हैं, जहां मरीजों को इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और COVID-19 जैसे कई वायरसों से जूझते देखा जा रहा है।
किन देशों में फैला है HMPV?
चीन: वायरस का केंद्र, जहां इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
मलेशिया: यहां HMPV के 327 मामले सामने आ चुके हैं।
हांगकांग: कुछ सीमित मामलों की रिपोर्ट की गई है।
जापान: 2024 में फ्लू और HMPV के कई मामले सामने आए।
भारत: 6 जनवरी को 6 नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 2 कर्नाटक, 1 गुजरात, 1 कोलकाता और 2 चेन्नई से हैं।
HMPV वायरस बनाम कोरोना वायरस
HMPV को कोरोना वायरस जितना खतरनाक नहीं माना जा रहा है, लेकिन इसकी तीव्रता और तेजी से फैलने की क्षमता ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है।
संक्रमण का तरीका: दोनों वायरस सांस की बूंदों के जरिए फैलते हैं।
लक्षणों में समानता: बुखार, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ।
प्रभावित समूह: HMPV मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को अधिक प्रभावित करता है।
हालांकि, अभी तक HMPV से संबंधित मृत्यु दर कम है, लेकिन अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
भारत में HMPV की स्थिति
भारत में 6 जनवरी को HMPV के 6 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने निगरानी बढ़ाने और प्रभावित क्षेत्रों में टेस्टिंग तेज करने का निर्देश दिया है। देश में इस वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है, खासकर उन लोगों में जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
HMPV कोरोना की तरह पूरी दुनिया को प्रभावित करने की क्षमता नहीं रखता, लेकिन कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियों वाले देशों में इसका असर गंभीर हो सकता है।
यह वायरस सर्दियों में सक्रिय रहता है, और अन्य श्वसन वायरसों के साथ मिलकर खतरनाक साबित हो सकता है।
टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत व्यवस्था से इस वायरस को रोका जा सकता है।