Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Jan, 2025 12:15 PM
चीन के एचएमपीवी वायरस ने एक बार फिर स्वास्थ्य चिंताओं को जन्म दिया है, लेकिन वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में दिखाई देती है। भारत में सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां इसे लेकर लगातार निगरानी रख रही हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में यह वायरस किस...
इंटरनेशनल डेस्क: चीन में एक नए वायरस के प्रकोप की खबरें तेजी से फैल रही हैं, और इसने दुनियाभर में चिंता का माहौल बना दिया है। इस वायरस का नाम है एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस), जिसे सांसों से जुड़ी बीमारियों का कारण माना जा रहा है। भारत समेत अन्य देशों ने इस वायरस को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है, और WHO से चीन से जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है।
एचएमपीवी क्या है?
एचएमपीवी एक सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। लेकिन बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर इसका अधिक असर होने की संभावना है। इसके लक्षण में नाक बहना, गले में खराश, खांसी, बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना शामिल हैं। यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है, और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैल सकता है। इसके लक्षण आमतौर पर 5 दिनों के भीतर दिखने लगते हैं।
कैसे फैलता है एचएमपीवी और इससे कैसे बचें?
- फैलने का तरीका: यह वायरस खांसने और छींकने से ज्यादा फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने से भी यह तेजी से फैलता है।
- बचाव के उपाय: बाहर निकलते समय मास्क पहनें, संक्रमित व्यक्ति से संपर्क से बचें, और हाथ अच्छे से धोने की आदत डालें। सार्वजनिक स्थानों से बचें जहां भीड़ ज्यादा हो।
हालांकि, इस वायरस का कोई वैक्सीनेशन नहीं है, इसलिए एहतियात ही सबसे अच्छा उपाय है।
भारत की सतर्कता और तैयारी
भारत ने एचएमपीवी के संक्रमण की स्थिति पर कड़ी नजर रखी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वायरस की जांच करने के लिए प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी और आईसीएमआर पूरे साल इसके रुझानों की निगरानी करेगा। इसके साथ ही, चीन में स्थिति पर विचार करते हुए, भारत ने डब्ल्यूएचओ से समय-समय पर जानकारी साझा करने की मांग की है।
चीन का दावा, स्थिति सामान्य
चीन ने दावा किया है कि वहां की स्थिति सामान्य है और विदेशियों के लिए यात्रा सुरक्षित है। हालांकि, ठंड के मौसम में श्वसन संक्रमण के मामले बढ़ने की संभावना है, जो कुछ समय से देखा जा रहा है। चीन के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने की खबरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, लेकिन चीन सरकार का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल फ्लू के मामलों की गंभीरता कम है।
केरल और तेलंगाना की तैयारी
भारत के केरल और तेलंगाना राज्य ने भी इस वायरस की स्थिति पर नजर बनाए रखी है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि चीन में अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है जिसमें इसके महामारी बनने का खतरा बताया गया हो। तेलंगाना में भी अभी तक एचएमपीवी के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन सतर्कता बनाए रखी जा रही है।