Edited By Archna Sethi,Updated: 26 Feb, 2025 07:17 PM
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श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला की मेजबानी
चंडीगढ़, 26 फरवरी (अर्चना सेठी) पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने आज ऐलान किया कि अरीना पोलो चैलेंज कप का लंबे समय से प्रतीक्षित 6वां एडिशन श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला समारोह के दौरान करवाया जाएगा, जिसमें देश भर के उच्च स्तर के खिलाड़ी उत्साही घुड़सवारी कौशल, परंपरा और घुड़सवारी का शानदार प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर स्पीकर ने इस टूर्नामेंट के लिए आनंदपुर साहिब पोलो टी-शर्ट भी लॉन्च की।
स्पीकर संधवां ने कहा कि यह टूर्नामेंट 14 मार्च 2025 को शाम 3.00 बजे से 5.00 बजे तक चरण गंगा स्टेडियम, श्री आनंदपुर साहिब में करवाया जाएगा। यह स्टेडियम अपनी विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है, जिसे विश्व प्रसिद्ध होला मोहल्ला त्योहार की मेजबानी के लिए तैयार किया गया है। इसमें निहंग सिंह जत्थेबंदियों या "गुरु की लाडली फौज" द्वारा मध्यकालीन मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन किया जाता है, जो पहली बार 1701 में दशमेश पिता धन-धन श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा इस मनमोहक माहौल में स्थापित की गई थीं।
उन्होंने आगे बताया कि इस ऐतिहासिक समारोह के दौरान उच्च स्तरीय पोलो टीमें उच्च स्तरीय मैचों की एक श्रृंखला में मुकाबला करेंगी, जो दर्शकों और प्रतिभागियों दोनों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेंगी। यह टूर्नामेंट पंजाब की समृद्ध घुड़सवारी परंपरा, खेल विरासत को उजागर करेगा और पोलो समुदाय में क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव को दर्शाने का अवसर प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि इस समारोह में खेलों की दुनिया की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें उद्योगपति, प्रायोजक और प्रतिष्ठित लोग शामिल होंगे। उच्च स्तरीय मैचों के अलावा, टूर्नामेंट में मार्शल आर्ट्स प्रदर्शनी और सांस्कृतिक गतिविधियां भी होंगी, जो मेले में आए दर्शकों और पर्यटकों का खेलों और समारोहों के साथ भरपूर मनोरंजन करेंगी।
टूर्नामेंट के मुख्य पहलुओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देश भर से एलीट पोलो टीमें श्री आनंदपुर साहिब के चरण गंगा स्टेडियम में रोमांचक मैचों और प्रतिस्पर्धी खेल में हिस्सा लेंगी। इसके अलावा, प्रसिद्ध पोलो खिलाड़ियों और खेल हस्तियों द्वारा विशेष प्रस्तुतियों के साथ घुड़सवारी प्रदर्शन और हर उम्र के लोगों के लिए मनोरंजन भी होगा, जो पारंपरिक संगीत और कई अन्य मनोरंजक गतिविधियों के साथ पारिवारिक माहौल बनाएगा।
संधवां ने मीडिया को बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से शहीद भगत सिंह और डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें हटाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नफरत की नीति अपनाकर भारत की संघीय संरचना को क्षति पहुंचाना चाहती है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षाओं के नए पैटर्न में हमारी मातृभाषा पंजाबी को नजरअंदाज कर एक बार फिर अपनी पंजाबी और पंजाब विरोधी सोच का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनकी मातृभाषा से दूर करने का यह रवैया बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्योंकि पंजाबी सिर्फ हमारे लिए एक भाषा नहीं है, बल्कि सभी पंजाबियों की आत्मा है। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं केंद्र सरकार से पुरजोर अपील करता हूं कि वह अपने नियमों में संशोधन कर इस पंजाब विरोधी कदम को तुरंत वापस ले और हमारी मातृभाषा पंजाबी को उसका उचित सम्मान दे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री आनंदपुर साहिब स्थित आनंदपुर साहिब हेरिटेज फाउंडेशन के प्रबंध ट्रस्टी सोढ़ी विक्रम सिंह ने कहा कि "हम पंजाब में इस ऐतिहासिक पोलो टूर्नामेंट की मेजबानी करने और इस खेल में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को एकत्रित करने के लिए उत्साहित हैं। यह समारोह न केवल पोलो के रोमांचक स्वभाव को प्रदर्शित करेगा, बल्कि खालसा पंथ के जन्म स्थान और होला मोहल्ला समारोहों के केंद्र, श्री आनंदपुर साहिब के इतिहास और महत्व पर भी प्रकाश डालेगा।"
उन्होंने कहा कि यह 1701 से सिख मार्शल आर्ट्स और घुड़सवारी को प्रदर्शित करने वाला एक मध्यकालीन खेल दिवस है, जिसने पंजाब में खेलों के प्रति प्रेम विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह पोलो टूर्नामेंट भारत में पोलो और अन्य घुड़सवारी खेलों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित प्रमुख संस्था ‘दिल्ली पोलो एंड राइडिंग क्लब’ के कप्तान और प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पोलो खिलाड़ी सोढ़ी विक्रम सिंह द्वारा करवाया जा रहा है। इस संगठन का उद्देश्य खेल के प्रति जुनून को बढ़ावा देना, नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और देश में पोलो के विकास को प्रोत्साहित करना है।
पोलो के बारे में बोलते हुए विक्रम सिंह ने इस खेल को "राजाओं का खेल" बताया और कहा कि यह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे ऐतिहासिक टीम खेलों में से एक है, जो चुस्ती, रणनीति और ताकत का मिश्रण है।