Edited By Anu Malhotra,Updated: 18 Nov, 2024 12:46 PM
जब आप होम लोन का समय से पहले भुगतान करने का विचार करते हैं, तो इसके फायदे और नुकसान दोनों पर विचार करना जरूरी है। कई बार, प्री-पेमेंट के बजाय उस रकम को निवेश करने से ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। इसके अलावा, लोन के साथ जुड़े कुछ शुल्क और पेनल्टी भी...
नेशनल डेस्क: जब आप होम लोन का समय से पहले भुगतान करने का विचार करते हैं, तो इसके फायदे और नुकसान दोनों पर विचार करना जरूरी है। कई बार, प्री-पेमेंट के बजाय उस रकम को निवेश करने से ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। इसके अलावा, लोन के साथ जुड़े कुछ शुल्क और पेनल्टी भी ध्यान में रखने चाहिए।
वित्तीय लक्ष्य और जरूरतें:
होम लोन का प्री-पेमेंट करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि निकट भविष्य में आपको किसी बड़ी रकम की जरूरत तो नहीं पड़ेगी। अगर आपको किसी अन्य वित्तीय जरूरत के लिए रकम की आवश्यकता हो, तो उसे सुरक्षित रख सकते हैं और बाद में प्री-पेमेंट करने पर विचार कर सकते हैं।
निवेश के अवसर:
कभी-कभी होम लोन का प्री-पेमेंट करने के बजाय उस रकम को उच्च रिटर्न वाले निवेश साधनों में लगाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इस तरह आप लोन का प्री-पेमेंट करने से ज्यादा रिटर्न कमा सकते हैं।
प्री-पेमेंट चार्ज:
कई वित्तीय संस्थान होम लोन के प्री-पेमेंट पर चार्ज लगाते हैं। कुछ संस्थान पहले वर्ष में उच्च शुल्क लेते हैं, जैसे 50,000 रुपए, और बाद के वर्षों में यह शुल्क कम हो सकता है। इसके अलावा, कुछ बैंक पेनाल्टी के रूप में कुछ महीने का ब्याज भी वसूल सकते हैं।
फ्लोटिंग और फिक्स्ड रेट लोन में अंतर:
अगर आपके पास फ्लोटिंग रेट होम लोन है, तो आमतौर पर प्री-पेमेंट पर कोई पेनाल्टी नहीं लगती। वहीं, फिक्स्ड रेट होम लोन के लिए बैंक फोरक्लोजर चार्ज लगा सकते हैं। यह चार्ज बैंकों के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है, लेकिन यदि आप किसी दूसरे वित्तीय संस्थान से होम लोन रीफाइनेंस करते हैं, तो पेनाल्टी लग सकती है।
बकाया मूलधन पर शुल्क:
अधिकतर वित्तीय संस्थान प्री-पेमेंट या फोरक्लोजर पर बकाया मूलधन का एक निश्चित प्रतिशत शुल्क के रूप में लेते हैं। यह शुल्क विभिन्न बैंकों के नियमों के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
home loan का प्री-पेमेंट करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि उस रकम को अन्य निवेश विकल्पों में लगाने से ज्यादा लाभ मिलेगा या नहीं। कुछ मामलों में, लोन प्री-पेमेंट से मिलने वाले लाभ से ज्यादा फायदे का विकल्प अन्य निवेश हो सकता है।