Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Feb, 2025 10:35 AM
![how does a passport become powerful strongest passports](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_10_31_414087584passport-ll.jpg)
दुनियाभर में पासपोर्ट की ताकत को उसकी रैंकिंग के आधार पर मापा जाता है, जो यह दर्शाती है कि कोई नागरिक कितनी आसानी से अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पार कर सकता है। आर्थिक स्थिरता, कूटनीतिक संबंध और सुरक्षा कारक किसी देश के पासपोर्ट की मजबूती को प्रभावित...
नेशनल डेस्क: दुनियाभर में पासपोर्ट की ताकत को उसकी रैंकिंग के आधार पर मापा जाता है, जो यह दर्शाती है कि कोई नागरिक कितनी आसानी से अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पार कर सकता है। आर्थिक स्थिरता, कूटनीतिक संबंध और सुरक्षा कारक किसी देश के पासपोर्ट की मजबूती को प्रभावित करते हैं। आमतौर पर उच्च प्रति व्यक्ति जीडीपी वाले देशों के पासपोर्ट धारकों को अधिक वीजा-मुक्त प्रवेश मिलता है, क्योंकि ऐसे देशों को कम इमिग्रेशन जोखिम वाला माना जाता है। हाल ही में जारी पासपोर्ट रैंकिंग 2025 में दुनिया के सबसे मजबूत पासपोर्ट की लिस्ट सामने आई है, जिसमें भारत और पाकिस्तान की स्थिति भी शामिल है।
कौन से देश के पास सबसे मजबूत पासपोर्ट?
जापान और स्वीडन जैसे समृद्ध देशों के नागरिक बिना वीजा के 180 से अधिक स्थानों की यात्रा कर सकते हैं। इसकी मुख्य वजह उनकी मजबूत अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रभाव है। वहीं, निम्न आय वाले देशों के नागरिकों को अधिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है।
किन देशों के नागरिकों को होती है सबसे ज्यादा परेशानी?
ऐसे देश जहां राजनीतिक अस्थिरता या युद्ध चल रहा है, वहां के नागरिकों को यात्रा करने में अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वीज़ा प्रतिबंधों और सुरक्षा चिंताओं के कारण इन देशों के नागरिकों की वैश्विक आवाजाही सीमित होती है। हालांकि, कतर और सऊदी अरब जैसे समृद्ध देश राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद अपने नागरिकों को कई देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा दिलाने में सफल रहे हैं।
आर्थिक और राजनीतिक कारकों का प्रभाव
पासपोर्ट की ताकत किसी देश की आर्थिक समृद्धि और राजनीतिक स्थिरता का संकेत होती है। आर्थिक रूप से विकसित और कूटनीतिक रूप से मजबूत देश अपने नागरिकों के लिए वीज़ा-मुक्त प्रवेश की सुविधा सुनिश्चित कर पाते हैं। उदाहरण के लिए, संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक अब 175 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं, जबकि 2006 में यह संख्या केवल 35 थी।
दुनिया के टॉप 10 सबसे मजबूत पासपोर्ट (2025)
रैंक |
देश |
वीज़ा-मुक्त स्कोर |
1 |
सिंगापुर |
195 |
2 |
जापान |
193 |
3 |
फिनलैंड |
192 |
4 |
फ्रांस |
191 |
5 |
जर्मनी |
191 |
6 |
इटली |
191 |
7 |
दक्षिण कोरिया |
191 |
8 |
स्पेन |
191 |
9 |
ऑस्ट्रिया |
191 |
10 |
डेनमार्क |
190 |
भारत की रैंकिंग कितनी है?
2025 की ताजा पासपोर्ट रैंकिंग में भारत 85वें स्थान पर आ गया है, जो पिछले साल से 5 स्थान नीचे खिसक गया है। इससे संकेत मिलता है कि भारतीय पासपोर्ट की वैश्विक पहुंच में मामूली गिरावट आई है।