Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Mar, 2025 10:46 AM

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे महंगी और मशहूर क्रिकेट लीग है। हर साल यह लीग न सिर्फ बीसीसीआई (BCCI) और फ्रेंचाइजी टीमों के लिए मोटी कमाई का जरिया बनती है, बल्कि सरकार की तिजोरी भी इससे भरती है। इस साल भी IPL 2025 का रोमांच चरम पर है
नेशनल डेस्क: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे महंगी और मशहूर क्रिकेट लीग है। हर साल यह लीग न सिर्फ बीसीसीआई (BCCI) और फ्रेंचाइजी टीमों के लिए मोटी कमाई का जरिया बनती है, बल्कि सरकार की तिजोरी भी इससे भरती है। इस साल भी IPL 2025 का रोमांच चरम पर है, और इस टूर्नामेंट से होने वाली आय और टैक्स को लेकर चर्चा तेज हो गई है। IPL की सबसे बड़ी कमाई मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होती है। स्टार स्पोर्ट्स और जियो सिनेमा ने 2023 से 2027 तक के ब्रॉडकास्ट राइट्स 48,390 करोड़ रुपये में खरीदे थे। यानी हर साल IPL से 12,097 करोड़ रुपये की कमाई होती है। इस रकम को BCCI और फ्रेंचाइजी के बीच 50-50 प्रतिशत बांटा जाता है।
क्या IPL पर सरकार को टैक्स चुकाना पड़ता है?
अगर आपको लगता है कि IPL की भारी-भरकम कमाई पर भारत सरकार सीधा टैक्स वसूलती है, तो यह पूरी तरह सही नहीं है। BCCI ने 2021 में यह तर्क दिया था कि आईपीएल के आयोजन का उद्देश्य क्रिकेट को बढ़ावा देना है, इसलिए इसे टैक्स से मुक्त रखा जाना चाहिए। टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल ने इस अपील को स्वीकार कर लिया और तब से BCCI को IPL की कमाई पर टैक्स नहीं देना पड़ता।
फिर सरकार की कमाई कैसे होती है?
IPL भले ही टैक्स-फ्री हो, लेकिन सरकार को इससे अच्छा-खासा मुनाफा होता है। सरकार की सबसे बड़ी कमाई खिलाड़ियों की सैलरी पर कटने वाले टीडीएस (TDS) से होती है। 2025 के मेगा ऑक्शन में 10 टीमों ने खिलाड़ियों की खरीद पर कुल 639.15 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इस दौरान 120 भारतीय और 62 विदेशी खिलाड़ियों की नीलामी हुई थी। भारतीय खिलाड़ियों की सैलरी पर 10% और विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी पर 20% टीडीएस कटता है। इस तरह सरकार को IPL 2025 में 89.49 करोड़ रुपये का टैक्स मिला।
कैसे कटता है खिलाड़ियों की सैलरी से टैक्स?
IPL से होने वाले अन्य राजस्व स्रोत
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स्पॉन्सरशिप डील्स: आईपीएल की मुख्य कमाई का बड़ा हिस्सा प्रायोजकों से आता है। विभिन्न ब्रांड्स करोड़ों रुपये खर्च कर अपनी ब्रांडिंग करते हैं।
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स्टेडियम टिकट बिक्री: मैचों के दौरान टिकट बिक्री से फ्रेंचाइजी और सरकार दोनों को लाभ होता है।
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मर्चेंडाइज बिक्री: जर्सी, कैप, स्टीकर्स और अन्य क्रिकेट मर्चेंडाइज की बिक्री से भी मोटी कमाई होती है।
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GST और अन्य टैक्स: स्टेडियम में बेचे गए खाद्य पदार्थों, टिकट बिक्री और अन्य सेवाओं पर सरकार को जीएसटी मिलता है।
IPL: क्रिकेट या पैसा कमाने की मशीन?
IPL सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक विशाल इंडस्ट्री बन चुका है, जहां खिलाड़ियों से लेकर टीम मालिकों, ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों और सरकार तक सभी को मोटा फायदा होता है। भारत सरकार को भले ही इस लीग पर डायरेक्ट टैक्स नहीं मिलता, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से यह टूर्नामेंट सरकार के लिए एक बड़ा राजस्व स्रोत बन चुका है।