Edited By Rahul Rana,Updated: 22 Nov, 2024 11:30 AM
अगर आप भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दीवाने हैं और फ्री टूल्स का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, तो सावधान हो जाइए क्योकि फ्री AI टूल्स का इस्तेमाल करना आपको भारी पड़ सकता है। हैकर्स ने लोगों को ठगने और उनकी डिवाइस को हैक करने के लिए फर्जी AI टूल्स...
नॅशनल डेस्क। अगर आप भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दीवाने हैं और फ्री टूल्स का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, तो सावधान हो जाइए क्योकि फ्री AI टूल्स का इस्तेमाल करना आपको भारी पड़ सकता है। हैकर्स ने लोगों को ठगने और उनकी डिवाइस को हैक करने के लिए फर्जी AI टूल्स का जाल बिछा रखा है। इसकी वजह से आपका निजी डेटा और बैंक अकाउंट तक खतरे में पड़ सकता है।
कैसे काम कर रहे हैं हैकर्स?
हैकर्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और फर्जी वेबसाइट्स के जरिए मुफ्त AI वीडियो और फोटो मेकिंग टूल्स को प्रमोट कर रहे हैं। इन टूल्स का दावा किया जाता है कि आपको किसी तकनीकी कौशल की जरूरत नहीं है और आप आसानी से मुफ्त में इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
फर्जी AI टूल "EditPro" का इस्तेमाल
हैकर्स ने "EditPro" नाम से एक फर्जी AI वीडियो और इमेज जनरेटर टूल बनाया है।
सोशल मीडिया पर फर्जी प्रचार:
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर नकली पोस्ट्स के जरिए इस टूल का प्रचार किया जा रहा है।
फर्जी वेबसाइट पर ले जाते हैं लिंक:
इन पोस्ट्स में मौजूद लिंक यूजर्स को एक नकली वेबसाइट पर ले जाते हैं, जहां से "EditProAI" डाउनलोड करने का विकल्प दिया जाता है।
कैसे फैल रहा है मैलवेयर?
डिवाइस को संक्रमित करता है:
- एक बार जब आप इस टूल को डाउनलोड करते हैं, तो आपके सिस्टम में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है।
क्या नुकसान करता है:
- आपके क्रिप्टो वॉलेट की जानकारी चुराई जाती है।
- पासवर्ड और ब्राउजिंग हिस्ट्री हैकर्स तक पहुंच जाती है।
- आपका बैंक अकाउंट और अन्य संवेदनशील डेटा भी खतरे में पड़ सकता है।
विंडोज और macOS दोनों के लिए खतरा:
- विंडोज पर ".pro" डोमेन के जरिए "Edit-ProAI-Setup-newest_release.exe" नामक फाइल डाउनलोड होती है।
- macOS पर ".org" डोमेन के जरिए "EditProAi_v.4.36.dmg" नामक फाइल इंस्टॉल होती है।
कैसे बचें इस धोखाधड़ी से?
फ्री टूल्स डाउनलोड करते समय सतर्क रहें:
- किसी भी अज्ञात वेबसाइट या लिंक पर क्लिक न करें।
- केवल भरोसेमंद और आधिकारिक स्रोतों से ही टूल्स डाउनलोड करें।
सोशल मीडिया पर प्रचार से बचें:
- किसी फर्जी पोस्ट या लिंक पर भरोसा न करें।
एंटीवायरस का इस्तेमाल करें:
- अपने सिस्टम में एक अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करें, जो मैलवेयर को पहचानकर हटाने में सक्षम हो।
वेबसाइट की प्रमाणिकता जांचें:
- असली वेबसाइट की पहचान के लिए URL की जांच करें और SSL प्रमाणपत्र (https://) की पुष्टि करें।
अंत में कहा जा सकता है कि फ्री AI टूल्स का इस्तेमाल करते वक्त बेहद सतर्क रहें। हैकर्स की चालों से बचने के लिए किसी भी टूल को डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच करें। क्योकि थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है।