Edited By Parminder Kaur,Updated: 31 Mar, 2025 02:18 PM

कठुआ जिले में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी गोलीबारी के बावजूद माता वैष्णो देवी के धाम कटरा में नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। जम्मू से 128 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान पूरी तरह से शांत और भक्तिमय माहौल से भरा...
नेशनल डेस्क. कठुआ जिले में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी गोलीबारी के बावजूद माता वैष्णो देवी के धाम कटरा में नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। जम्मू से 128 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान पूरी तरह से शांत और भक्तिमय माहौल से भरा हुआ है।
धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
मैं फिलहाल माता वैष्णो देवी के मंदिर की 12 किलोमीटर लंबी यात्रा मार्ग के एंट्री पॉइंट पर हूं। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एंट्री गेट के पास 2000 श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था की है। श्रद्धालु इस सुविधा की ऑनलाइन बुकिंग बोर्ड की वेबसाइट से कर सकते हैं। रविवार सुबह करीब 10 बजे तक 8 हजार श्रद्धालु नवरात्रि के पहले दिन माता के दर्शन के लिए यात्रा पर निकल चुके थे। शनिवार को लगभग 38 हजार श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए थे और आज इस संख्या के 40 हजार के पार जाने की उम्मीद है। आम दिनों में यह संख्या 22 से 30 हजार के बीच रहती है।
प्रसाद और नई सुविधाएं
श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग के अनुसार, इस बार भीड़ ज्यादा होने के कारण रोज 30 क्विंटल चना और हलवे का प्रसाद बन रहा है, जो सामान्य दिनों से 10 क्विंटल ज्यादा है। समुद्र तल से 5200 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर में दो आरतियां होती हैं - एक सुबह 6 बजे और दूसरी शाम 6 बजे। इस बार कुछ नई सुविधाएं भी शुरू की गई हैं। जैसे गुफा मंदिर की अटका आरती और अर्द्धकुंवारी के गर्भगृह की आरती में दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए विशेष स्लॉट आरक्षित किए गए हैं। इनकी बुकिंग भी ऑनलाइन की जा सकती है।
बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए हेलीकॉप्टर और बैटरी कार सेवा में 20% कोटा निर्धारित किया गया है। हेलीकॉप्टर यात्रा का शुल्क 4200 रुपये प्रति व्यक्ति है। इसके अलावा वाटर एटीएम और 2000 श्रद्धालुओं के रुकने के लिए अर्द्धकुंवारी में नया भवन भी बनाया गया है।
सुरक्षा इंतजाम
यात्रा मार्ग की सुरक्षा के लिए रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह ने बताया कि ड्रोन और 650 हाई रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरों से पूरी निगरानी की जा रही है। पहली बार दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम से यात्रा मार्ग पर भीड़ की स्थिति का आकलन कर इमरजेंसी अलर्ट जारी करते हैं। इसके अलावा मंदिर भवन के पास 120 कैमरे फेस रिकग्निशन तकनीक से लैस हैं।
लंगर सेवा
यात्रा मार्ग पर 6 लंगर लगाए गए हैं, जिनमें 24 घंटे सेवा दी जा रही है। रोज 50 हजार लोगों के लिए यहां खाना तैयार किया जाता है। प. बंगाल से आए भक्त योगेश चौधरी ने बताया कि "लंगर में कभी भी जाओ, गर्म खाना मिलेगा। यह माहौल अविस्मरणीय है।" इस बार भीड़ को देखते हुए तीन अतिरिक्त लंगर शुरू किए गए हैं, ताकि कोई भी श्रद्धालु भूखा न जाए।