Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2024 12:08 PM
गाजीपुर बॉर्डर से लेकर यूपी-मेरठ एक्सप्रेसवे तक मंगलवार को भारी जाम की स्थिति बनी रही। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके साथियों के पहुंचने के दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण यातायात प्रभावित हुआ। यूपी पुलिस ने...
नेशनल डेस्क: गाजीपुर बॉर्डर से लेकर यूपी-मेरठ एक्सप्रेसवे तक मंगलवार को भारी जाम की स्थिति बनी रही। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके साथियों के पहुंचने के दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण यातायात प्रभावित हुआ। यूपी पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को हिंसा प्रभावित संभल जिले में जाने से रोक दिया, जिसके कारण जाम की स्थिति और बढ़ गई।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का संभल दौरा एक संवेदनशील मुद्दे से जुड़ा था, लेकिन पुलिस ने दोनों नेताओं और अन्य कांग्रेस नेताओं को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया, जिससे दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया। इस जाम की वजह से हजारों लोग, जिनमें ऑफिस जाने वाले, स्कूल बसों में सवार बच्चे और एंबुलेंस भी फंसी हुई थीं, परेशान हो गए।
संभल में धारा 163 लागू की गई है, जिसके तहत 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों को जिले में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए सवाल किया कि राहुल गांधी को हिंसा के शिकार परिवारों से मिलने से क्यों रोका गया। वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राहुल गांधी का आदर्श वाक्य 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान' है, और जब देश में नफरत का माहौल बना है, तो विपक्ष का कर्तव्य है कि वे शांति और सद्भावना के लिए काम करें। उन्होंने यूपी सरकार से अपील की कि वह राहुल गांधी और उनके प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने की अनुमति दे।