Edited By Mahima,Updated: 03 Jan, 2025 12:14 PM
चीन में कोविड-19 के पांच साल बाद Human Metapneumovirus (HMPV) के मामलों में तेजी आई है। यह वायरस विशेष रूप से 14 साल से कम आयु के बच्चों को प्रभावित कर रहा है। अस्पतालों में निमोनिया और व्हाइट लंग के मामलों में इजाफा हुआ है। चीन ने इस उभरते वायरस से...
नेशनल डेस्क: चीन में कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद एक नया स्वास्थ्य संकट उभरकर सामने आया है। Human Metapneumovirus (HMPV) के मामलों में अचानक वृद्धि हुई है, जिससे अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ गया है। यह वायरस विशेष रूप से बच्चों को प्रभावित कर रहा है, और इसके लक्षण कोविड-19 के समान होने के कारण स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। HMPV का प्रभाव तेजी से फैलने के कारण स्वास्थ्य अधिकारियों ने नई निगरानी प्रणाली की शुरुआत की है, ताकि उभरते हुए वायरस पर शीघ्र प्रतिक्रिया दी जा सके।
क्या है HMPV के लक्षण ?
Human Metapneumovirus (HMPV) एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सामान्यतः फ्लू जैसे होते हैं, जैसे कि बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई और सर्दी-जुकाम। हालांकि, HMPV वायरस कोविड-19 के समान लक्षण भी उत्पन्न कर सकता है, जैसे बुखार और सांस की तकलीफ, जो स्थिति को और भी गंभीर बना सकता है। HMPV विशेष रूप से बच्चों में अधिक गंभीर रूप से प्रभावित करता है, और रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन में 14 साल से कम आयु के बच्चों में इस वायरस के संक्रमण की दर काफी बढ़ गई है। बच्चों में इस वायरस के कारण निमोनिया और व्हाइट लंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो उन्हें गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं।
चीन में HMPV का प्रकोप
चीन में HMPV के मामलों में अचानक बढ़ोतरी को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों और नागरिकों के बीच चिंता का माहौल बना हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों में इस वायरस के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हुई है, जिससे अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव पड़ा है। विशेष रूप से बच्चों में श्वसन संबंधित समस्याओं में इजाफा देखा गया है, और अस्पतालों में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। वहीं, कुछ अस्पतालों में व्हाइट लंग और निमोनिया के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे चिकित्सा सुविधाओं की क्षमता पर असर पड़ रहा है। इस वायरस के फैलने से श्मशान घाटों पर भी दबाव बढ़ गया है, जो सामान्य तौर पर श्वसन संक्रमण के कारण उत्पन्न होने वाली जटिलताओं के कारण हुई मृत्यु दर में वृद्धि को दर्शाता है।
चीन में निगरानी प्रणाली और सरकार की प्रतिक्रिया
HMPV के मामलों में वृद्धि के बाद, चीन के रोग नियंत्रण प्राधिकरण (CDC) ने एक नई निगरानी प्रणाली की शुरुआत की है। यह प्रणाली उभरते हुए रोगों की पहचान करने और उनका त्वरित उपचार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाई गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस नई निगरानी प्रणाली का उद्देश्य कोविड-19 जैसे संकटों से निपटने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों की तत्परता को बेहतर बनाना है। इस प्रणाली के तहत, प्रयोगशालाओं और रोग नियंत्रण एजेंसियों को मामले रिपोर्ट करने और उन्हें सत्यापित करने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। यह निगरानी प्रणाली उन अज्ञात मूल के निमोनिया मामलों की पहचान करने के लिए बनाई गई है, जो अब तक आमतौर पर पहचान में नहीं आ सके थे। स्वास्थ्य अधिकारी इस प्रक्रिया के माध्यम से नए उभरते वायरस के मामलों को पहचानने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि किसी भी महामारी से पहले उन्हें नियंत्रित किया जा सके।
एंटीवायरल दवाओं का उपयोग
चीन के श्वसन विशेषज्ञों ने जनता को चेतावनी दी है कि वे एचएमपीवी के इलाज के लिए बिना चिकित्सकीय सलाह के एंटीवायरल दवाओं का उपयोग न करें। इसके लिए फिलहाल कोई विशिष्ट टीका नहीं है, और वायरस के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, जिससे यह भ्रम पैदा हो सकता है कि इसे एंटीवायरल दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि एंटीवायरल दवाओं का अंधाधुंध उपयोग वायरस के प्रसार को और बढ़ा सकता है और इसके प्रभाव को और भी गंभीर बना सकता है। इस वायरस से लड़ने के लिए उचित चिकित्सकीय मार्गदर्शन और सही उपचार की आवश्यकता है, खासकर उन बच्चों के लिए जो गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
चीन में वायरस के प्रसार के कारण
चीन में वायरस के बढ़ते मामलों के पीछे कुछ प्रमुख कारण भी माने जा रहे हैं। इनमें से एक कारण है लोगों के सार्वजनिक स्थानों पर अधिक संपर्क और ठंडे मौसम में बाहर जाने की आदत। शीतलता के मौसम में श्वसन संक्रमणों के फैलने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, कोविड-19 के दौरान लागू की गई सख्त स्वास्थ्य नीतियों में ढील देने के बाद, लोग फिर से बिना सावधानी के सार्वजनिक स्थानों पर संपर्क करने लगे हैं, जिससे वायरस का प्रसार हुआ है।
चीन के स्वास्थ्य संकट के परिप्रेक्ष्य में
चीन में इस समय वायरस के तेजी से फैलने के साथ-साथ एक और स्वास्थ्य संकट की संभावना बढ़ रही है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। कोरोना महामारी के दौरान चीन ने कठोर कदम उठाए थे, जिससे वायरस को नियंत्रित किया गया था, लेकिन अब HMPV के प्रकोप के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने फिर से सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की है। हालांकि स्थिति अभी भी नियंत्रण में है, फिर भी HMPV के कारण चीन में स्वास्थ्य संकट की स्थिति को लेकर कड़ी निगरानी की जा रही है।
चीन में HMPV वायरस के प्रकोप ने एक नया स्वास्थ्य संकट खड़ा कर दिया है, जो कोविड-19 के बाद फिर से एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नई निगरानी प्रणाली और उपायों की शुरुआत की है, लेकिन वायरस के प्रसार की गति चिंता का विषय बनी हुई है। विशेष रूप से बच्चों में इसके प्रभाव को देखते हुए, सरकार और चिकित्सक अब एंटीवायरल दवाओं के अंधाधुंध उपयोग से बचने की सलाह दे रहे हैं। स्वास्थ्य संकट को नियंत्रित करने के लिए सतर्कता और उचित उपचार की आवश्यकता है।