Edited By Parminder Kaur,Updated: 29 Oct, 2024 11:21 AM
बंजारा हिल्स में सड़क किनारे एक फूड स्टॉल से मोमोज खाने से एक महिला की जान चली गई और लगभग 50 अन्य लोग बीमार पड़ गए। ये सभी लोग वीकेंड पर घूमने निकले थे। सोमवार को कुछ पीड़ितों ने बंजारा हिल्स पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद यह मामला सामने आया।...
नेशनल डेस्क. बंजारा हिल्स में सड़क किनारे एक फूड स्टॉल से मोमोज खाने से एक महिला की जान चली गई और लगभग 50 अन्य लोग बीमार पड़ गए। ये सभी लोग वीकेंड पर घूमने निकले थे। सोमवार को कुछ पीड़ितों ने बंजारा हिल्स पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद यह मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक स्टॉल से मोमोज खाए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और मोमोज बेचने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है।
रेशमा बेगम (31), उनके बच्चे और सिंगदकुंता बस्ती के कई अन्य लोगों ने मोमोज खाए थे। अगले दिन सभी को उल्टी और दस्त की समस्या हुई, जिसके चलते वे बंजारा हिल्स के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए गए।
रेशमा की गंभीर हालत
रेशमा बेगम की हालत गंभीर होने पर उन्हें निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में स्थानांतरित किया गया, जहां उनकी मौत हो गई। अधिकारियों का संदेह है कि मोमोज के अलावा मेयोनीज और चटनी भी भोजन को विषाक्त बना सकती हैं।
पहले लक्षणों को नजरअंदाज किया
पुलिस के अनुसार, रेशमा और उनकी 12 और 14 साल की बेटियों ने 25 अक्टूबर को एक स्ट्रीट वेंडर से मोमोज खाए थे। इसके तुरंत बाद तीनों में फूड पॉइजनिंग के गंभीर लक्षण दिखने लगे। हालांकि, उन्होंने तुरंत अस्पताल जाने के बजाय थोड़ा आराम करने का निर्णय लिया।
स्ट्रीट वेंडर का पता लगाया गया
पुलिस ने बताया कि रेशमा की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई, जबकि उनकी दो बेटियों का इलाज जारी है। रेशमा के परिवार की शिकायत के बाद ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बंजारा हिल्स पुलिस के साथ मिलकर खैरताबाद के चिंतल बस्ती से स्ट्रीट वेंडर को ढूंढ निकाला।
फूड वेंडर का मूल स्थान
पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया और इस धंधे को चलाने वाले दो बिहार के व्यक्तियों को हिरासत में लिया। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आस-पास के इलाकों के कम से कम 20 अन्य निवासियों को भी इसी तरह की समस्याओं के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सभी ने उसी स्टॉल से मोमोज खाए थे।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने निरीक्षण किया और पाया कि फूड स्टॉल बिना आवश्यक FSSAI लाइसेंस के चल रहा था और भोजन अस्वच्छ परिस्थितियों में तैयार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि "हमने उस स्थान पर पाए गए खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें राज्य खाद्य प्रयोगशाला में विश्लेषण के लिए भेज दिया है।" इसके अलावा संचालन को रोकने के आदेश भी जारी किए गए हैं। पीड़ितों के रक्त संस्कृति और मल परीक्षण रिपोर्ट एकत्र की गई हैं ताकि खाद्य विषाक्तता का सटीक कारण पता लगाया जा सके। पुलिस को जांच करने और आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है।