Edited By Parveen Kumar,Updated: 20 Mar, 2025 07:26 PM

आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने किसानों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया और कहा कि ये सभी मांगें केंद्र से जुड़ी हुई हैं, इसलिए हमें मिलकर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई...
चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने किसानों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया और कहा कि ये सभी मांगें केंद्र से जुड़ी हुई हैं, इसलिए हमें मिलकर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई केंद्र से है, लेकिन सड़कें पंजाब की बंद है। इससे पंजाब का विकास रुक रहा है और आर्थिक दिक्कतें उत्पन्न हो रही है।
लालजीत भुल्लर ने कहा कि पंजाब के हाईवे और सड़कों को रोकना इसका समाधान नहीं है। हमारे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी बातचीत करने और समाधान निकालने के लिए प्रयास किया है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमें आपस में नहीं लड़ना चाहिए इससे हमारे विरोधी मजबूत होंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के लोगों, व्यापारियों और किसानों का हमेशा साथ दिया है। मैं खुद एक किसान हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपके हर फैसले के साथ है। मेरी सभी किसान जत्थेबंदियों से हाथ जोड़कर विनती है कि हम सब एक मंच पर इकट्ठे हों। यह लड़ाई सिर्फ आपकी नहीं है। यह पंजाब और पंजाबी अस्मिता की लड़ाई है।
मैं फिर से विनती करता हूं कि पहले की तरह सभी किसान जत्थेबंदियां एक मंच पर आएं और एकजुट होकर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचाएं। जैसा कि 2020 में हमने किया था। उस समय हमने मिलकर केंद्र सरकार से काले कानून रद्द करवाए थे।
लालजीत भुल्लर ने ऐलान किया कि मैं अपने सारे पद छोड़कर किसानों के साथ धरना देने को तैयार हूं क्यों मैं खुद एक किसान हूं। 2020 से पहले मैं इंदरजीत सिंह कोट बुद्धा किसान यूनियन का सदस्य था। उन्होंने कहा कि किसान जत्थेबंदियां मुझे दिल्ली में जगह बताएं, मैं उनके साथ केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठूंगा।
भुल्लर ने कहा कि यह मसला तभी हल हो सकता है जब हम साथ मिलकर अपना मसला दिल्ली की केंद्र सरकार के सामने रखेंगे। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके साथ चलूंगा और धरने पर बैठूंगा। कई भाई कहते हैं कि आप दिल्ली जाकर नहीं बैठेंगे। किसानों के लिए मैं अपना सारा पद और निजी स्वार्थ छोड़ने को तैयार हूं।