Edited By Mahima,Updated: 29 Oct, 2024 04:15 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार और दिल्ली में आप सरकार की आयुष्मान भारत योजना लागू न करने के लिए आलोचना की। उन्होंने 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों से माफी मांगते हुए "आयुष्मान वय वंदना" कार्ड की घोषणा की, जो उन्हें मुफ्त...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए Ayushman Bharat scheme को लागू न करने के लिए पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार और दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) शासन की कड़ी आलोचना की। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, "मैं बुजुर्गों से उनकी सेवा न कर पाने के लिए माफी मांगता हूं।" उनका यह बयान इस योजना के महत्व और लागू न होने के कारणों को उजागर करता है।
क्या है Ayushman Bharat scheme का उद्देश्य
Ayushman Bharat scheme का उद्घाटन 2018 में किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है। हाल ही में, केंद्र सरकार ने इस योजना में 70 साल या उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को शामिल किया है, जिससे उन्हें और भी अधिक लाभ मिल सके। इस योजना में कई स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं, जैसे अस्पताल में भर्ती, सर्जरी, और विभिन्न गंभीर बीमारियों का उपचार। इस योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता की शर्तें सरल हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारों पर निशाना
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारों ने अभी तक इस महत्वपूर्ण योजना को लागू नहीं किया है। उन्होंने कहा कि ये राज्य सरकारें राजनीतिक कारणों से इस योजना का लाभ अपने नागरिकों को नहीं दे रही हैं। उनका यह कहना था कि बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा जा रहा है, जो एक अत्यंत गंभीर मुद्दा है। पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बुजुर्ग Ayushman Bharat scheme का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, क्योंकि उनकी सरकारें इसे राजनीतिक स्वार्थ के चलते लागू नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा, "आपको इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने इसे लागू किया है।"
'Ayushman Vaya Vandana Card'
पीएम मोदी ने इस अवसर पर यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अस्पतालों में मुफ्त इलाज के लिए ‘आयुष्मान वय वंदना’ कार्ड देने की योजना बनाई है। इस कार्ड के माध्यम से बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से मिलेगा। उन्होंने कहा, "यह कार्ड बुजुर्गों को कई स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अस्पतालों में मुफ्त इलाज कराने की सुविधा प्रदान करेगा।"
सरकारों की नीति पर सवाल
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि "मैं आपसे माफी मांगता हूं क्योंकि मुझे पता है कि आप बीमार हैं, लेकिन मैं चाहकर भी आपकी मदद नहीं कर पाऊंगा।" उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारें अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने ही राज्य के बीमार लोगों पर अत्याचार कर रही हैं। उनका यह कहना था कि "सरकारों की यह प्रवृत्ति किसी भी मानवीय दृष्टिकोण से सही नहीं है।"
राजनीतिक स्वार्थ और मानवता
पीएम मोदी ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जो न केवल राजनीतिक है, बल्कि मानवता से भी जुड़ा हुआ है। जब राजनीतिक कारणों से लोग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होते हैं, तो यह समाज के लिए एक बड़ा खतरा बन जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि "इस स्थिति को बदलने की आवश्यकता है, ताकि सभी बुजुर्गों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।"
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान केवल एक राजनीतिक बयानबाजी नहीं है, बल्कि यह उन बुजुर्गों के लिए एक आवाज है जो स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ से वंचित हैं। उनका माफी मांगना इस बात को दर्शाता है कि वे सभी बुजुर्गों के स्वास्थ्य और कल्याण को लेकर कितने चिंतित हैं। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार बुजुर्गों की सेवा करने के लिए कटिबद्ध है, जबकि कुछ राज्य सरकारें राजनीतिक लाभ के लिए इन सेवाओं को रोक रही हैं। इस प्रकार, यह स्थिति सभी नागरिकों के लिए चिंता का विषय है कि कैसे राजनीतिक स्वार्थ स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित कर रहा है। पीएम मोदी की माफी एक संवेदनशील मुद्दे को उजागर करती है, जिसे अब उठाने की आवश्यकता है। यह समय है कि सभी सरकारें मिलकर काम करें ताकि बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके और उनका जीवन बेहतर बनाया जा सके।