Edited By rajesh kumar,Updated: 24 Jan, 2025 05:49 PM
महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बने आईआईटी बाबा यानी अभय सिंह अब इंटरनेट पर काफी फेमस हो गए हैं। अभय सिंह ने पहले आईआईटी में पढ़ाई की और एक अच्छी नौकरी भी की, लेकिन अब वे धार्मिक मार्ग पर चल पड़े हैं।
नई दिल्ली: महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बने आईआईटी बाबा यानी अभय सिंह अब इंटरनेट पर काफी फेमस हो गए हैं। अभय सिंह ने पहले आईआईटी में पढ़ाई की और एक अच्छी नौकरी भी की, लेकिन अब वे धार्मिक मार्ग पर चल पड़े हैं। वे अब आईआईटी बाबा के नाम से जाने जाते हैं और उनकी जिंदगी और दावों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में उन्होंने यह दावा किया कि वे श्मशान में हड्डियां भी खा चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़े कुछ और हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं।
महादेव की तरह लुक बदलना
अक्सर लंबी दाढ़ी में नजर आने वाले आईआईटी बाबा ने हाल ही में अपना लुक बदल लिया है और अब वे क्लीन शेव में दिख रहे हैं। उन्होंने इस बदलाव के बारे में बताते हुए कहा, "महादेव की तरह मैं भी लुक बदलता रहता हूं। जब यात्रा पर जाता हूं तो कभी दाढ़ी बढ़ा लेता हूं और कभी शेव करवा लेता हूं। महादेव भी ऐसा ही करते हैं, तो मैं भी ऐसा ही करता हूं।"
पुनर्जन्म के बारे में सबकुछ जानता हूं
अपने इंटरव्यू में उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें पुनर्जन्म के बारे में पूरी जानकारी है। वे दावा करते हैं कि वे पिछले जन्म में भगवान श्री कृष्ण थे। अभय सिंह के अनुसार, उन्होंने कई काम पिछले जन्म में किए हैं और उन्हें इन सभी बातों का गहरा ज्ञान है।
सपने में सवाल हल करना
आईआईटी बाबा ने अपनी पढ़ाई के बारे में भी कुछ दिलचस्प बातें साझा की। उन्होंने कहा, "स्कूल में मुझे एक बहुत ही मुश्किल सवाल दिया गया था, जो किसी के लिए भी हल करना कठिन था। लेकिन मैंने इस सवाल को देखा और सोने चला गया। रात में ही मैंने सपने में इसे हल कर लिया। जब अगले दिन टीचर को दिखाया तो वे हैरान रह गए।"
मुझमें भगवान दिखते हैं
अभय सिंह ने यह भी कहा कि लोग उन्हें देखकर कहते हैं कि उन्हें उनके अंदर भगवान का रूप नजर आता है। लोग उन्हें कहते थे कि उन्हें अंदर क्राइस्ट, आदि योगी, बटुक भैरव दिखते हैं। इसके बारे में उन्होंने कहा, "सबके अंदर भगवान होते हैं, बस उन्हें पहचानने की जरूरत है।"
श्मशान में हड्डियां खाने का दावा
अभय सिंह ने एक और हैरान कर देने वाली बात की। उन्होंने बताया कि जब वे श्मशान में साधना करने गए थे, तो उन्होंने श्मशान की हड्डियां भी खाई थीं। उन्होंने कहा कि एक अघोरी बाबा से मिलने के बाद उन्होंने श्मशान में साधना करने का निर्णय लिया था और उस दौरान यह घटना घटी थी।