Edited By Utsav Singh,Updated: 05 Oct, 2024 06:22 PM
गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति ऑफिस में मौजूद लोगों के सामने अपने कपड़े उतारकर बैठा है। यह वीडियो स्टेट जीएसटी विभाग के मोहन नगर चेक पोस्ट कार्यालय का बताया जा रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा...
नेशनल डेस्क : गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति ऑफिस में मौजूद लोगों के सामने अपने कपड़े उतारकर बैठा है। यह वीडियो स्टेट जीएसटी विभाग के मोहन नगर चेक पोस्ट कार्यालय का बताया जा रहा है।
व्यापारी की नाराजगी
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कपड़े उतारने वाला व्यक्ति एक व्यापारी है, जो पैसे मांगे जाने से परेशान है। वह कह रहा है, "मेरे पास पैसे नहीं हैं, मुझे जेल भेज दो।" व्यापारी का आरोप है कि जीएसटी अधिकारियों ने उससे दो लाख रुपये की घूस मांगी थी और न देने पर परेशान किया।
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वीडियो का विवरण
वीडियो में व्यक्ति अपनी शर्ट निकालता है और फिर पैंट भी उतार देता है। अंत में, वह केवल अंडरवियर पहनकर ऑफिस में बैठ जाता है। इसके बाद, उसने अपने जूते और मोजे भी निकालकर ध्यान की मुद्रा में बैठ गया। इस दौरान ऑफिस में मौजूद लोग उसका वीडियो बना रहे थे।
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व्यापारी का नाम और आरोप
व्यापारी का नाम अक्षय जैन है। उसने बताया कि मेरठ से लोहा लाने वाली गाड़ी को रोक दिया गया और उस पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया गया। अक्षय का कहना है कि उसने कोई टैक्स चोरी नहीं की, लेकिन जीएसटी अधिकारियों ने गाड़ी को छोड़ने के लिए जुर्माना लगाया। इसी कारण वह जीएसटी ऑफिस पहुंचा और कपड़े उतारकर बैठ गया।
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सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग भ्रष्टाचार खत्म करने के सरकारी दावों पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "इस तरह से लोगों को परेशान किया जा रहा है और सरकार कह रही है कि भ्रष्टाचार खत्म हो गया।" किसी और ने टिप्पणी की कि सरकार इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने से कतराती है, क्योंकि इन्हीं से काली कमाई होती है।
विभाग की कार्रवाई
इस घटना के बाद, जीएसटी विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना न केवल व्यक्तिगत मामले को दर्शाती है, बल्कि भ्रष्टाचार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े करती है। व्यापारी के आरोप और उसके द्वारा उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि आम लोग किस हद तक परेशानियों का सामना कर रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।