Edited By rajesh kumar,Updated: 26 Dec, 2024 08:30 PM
भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष अन्नामलाई ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार और पुलिस पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में डीएमके की सरकार सत्ता से बाहर नहीं हो जाती, तब तक वह जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर चलेंगे।
नेशनल डेस्क: भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष अन्नामलाई ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार और पुलिस पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में डीएमके की सरकार सत्ता से बाहर नहीं हो जाती, तब तक वह जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर चलेंगे। इसके अलावा, उन्होंने 27 दिसंबर को सुबह 10 बजे अपने घर के बाहर खुद को छह बार कोड़े मारने की योजना का ऐलान किया। उनका कहना है कि यह कदम उन्होंने अन्ना यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न की घटना पर ध्यान आकर्षित करने के लिए उठाया है। अन्नामलाई ने राज्य सरकार और पुलिस की "उदासीनता" की भी कड़ी आलोचना की।
छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में सरकार की निंदा
अन्नामलाई ने कहा कि आरोपी गणसेकरन डीएमके का सदस्य है, और इस कारण पुलिस ने उस पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि गणसेकरन डीएमके के छात्र विंग का पदाधिकारी है, और यही वजह है कि उस पर कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि, तमिलनाडु के कानून मंत्री एस रेगुपति ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि आरोपी डीएमके का सदस्य नहीं है।
#WATCH | During a press conference, Tamil Nadu BJP President K Annamalai removed his shoe and said, "From tomorrow onwards until the DMK is removed from power, I will not wear any footwear..."
Tomorrow, K Annamalai will protest against how the government handled the Anna… https://t.co/Jir02WFrOx pic.twitter.com/aayn33R6LG
— ANI (@ANI) December 26, 2024
अन्नामलाई ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "यह बहुत सरल है, आरोपी का डीएमके से जुड़ा होना ही इस घटना का कारण बना है, और यही कारण है कि पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा।" उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या निर्भया फंड का सही इस्तेमाल ऐसे मामलों को रोकने के लिए किया जा रहा है।
FIR लिखने के तरीके पर सवाल
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि एफआईआर इस तरह से लिखी गई है जैसे कि पीड़िता ने कोई अपराध किया हो, जबकि सच्चाई यह है कि वह खुद एक गंभीर अपराध की शिकार हुई है। उन्होंने डीएमके सरकार को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उसे पीड़िता की पहचान उजागर करने पर शर्म आनी चाहिए।
आध्यात्मिक व्रत और राज्य सरकार को चेतावनी
अन्नामलाई ने यह भी घोषणा की कि वह 48 दिनों का 'विराथम' (आध्यात्मिक व्रत) लेंगे और भगवान मुरुगा की पूजा करेंगे। इसके साथ ही, वह फरवरी 2025 तक राज्य के सभी छह 'अरुपदाई' मंदिरों में प्रार्थना करेंगे। उनका कहना था कि जब तक डीएमके सरकार सत्ता से बाहर नहीं होगी, तब तक वह चप्पल नहीं पहनेंगे। यह बयान अन्नामलाई ने सरकार पर दबाव बनाने और छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में न्याय की मांग के लिए दिया है।