Edited By Rohini Oberoi,Updated: 06 Apr, 2025 12:07 PM
आगरा में वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी वारंट ऑफिसर रामकुमार तिवारी की एक दुखद हादसे में मौत हो गई। वे वायुसेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के सदस्य थे और एक डेमो ड्रॉप के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान उन्होंने मिलिट्री अस्पताल...
नेशनल डेस्क। आगरा में वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी वारंट ऑफिसर रामकुमार तिवारी की एक दुखद हादसे में मौत हो गई। वे वायुसेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के सदस्य थे और एक डेमो ड्रॉप के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान उन्होंने मिलिट्री अस्पताल में दम तोड़ दिया।
वायुसेना ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "आईएएफ की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के एक पैरा जंप प्रशिक्षक की आज आगरा में डेमो ड्रॉप के दौरान चोटों के कारण मृत्यु हो गई। वायुसेना इस नुकसान पर गहरा शोक व्यक्त करती है।"
प्रतापगढ़ के रहने वाले थे रामकुमार तिवारी
रामकुमार तिवारी जिनका मूल निवास प्रतापगढ़ के बेलाहा गांव में था 2002 में भारतीय वायुसेना से जुड़े थे। शनिवार को उन्होंने एयरक्राफ्ट से लगभग सात हजार फीट की ऊंचाई से अभ्यास कूद (जम्प) की थी। पैराशूट तो खुला लेकिन लैंडिंग के समय कुछ गड़बड़ी आ गई और हार्ड लैंडिंग के कारण वह करीब 50 फीट नीचे गिर गए। हादसे में तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए और मुंह से खून बहने लगा। घटनास्थल पर रिलीफ टीम ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया और तुरंत मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
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एनएसजी प्रशिक्षण और आकाश गंगा टीम में शामिल
रामकुमार तिवारी ने एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडो का प्रशिक्षण भी लिया था और उनकी शारीरिक क्षमता को देखते हुए उन्हें विशेष प्रशिक्षण के लिए चुना गया था। वे वायुसेना की आकाश गंगा टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य थे जो स्काई डाइविंग में माहिर मानी जाती है। यह टीम ऊंची ऊंचाई से कूदते हुए विशेष करतब दिखाने के लिए प्रसिद्ध है।
अखिलेश यादव ने जताया शोक
इस दुखद घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने बयान में कहा, "पहले गुजरात के जामनगर में एक फाइटर जेट के क्रैश होने से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट की मृत्यु और अब आगरा में पैराशूट न खुलने से एक वायुसेना अधिकारी की मृत्यु का समाचार बेहद दुखदायी है। सुरक्षा से समझौता प्राणघातक साबित होता है। इन मामलों में हर स्तर पर गुणवत्ता की गहन जांच हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं का दोहराव न हो।"
नौकरी के दौरान की अन्य घटनाएँ
यह घटना वायुसेना के लिए एक बड़ी क्षति है और पूरे देश में शोक की लहर है। वायुसेना के अधिकारी और जवान हमेशा अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान रहते हैं लेकिन इस प्रकार के हादसे दुर्भाग्यपूर्ण होते हैं।