Edited By Utsav Singh,Updated: 12 Nov, 2024 08:54 PM
राजस्थान के बीजेपी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का हालिया बयान राजनीति में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने खींवसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपने चुनावी जीत को लेकर आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया और यहां तक कि यह भी कह दिया कि अगर वह चुनाव...
नेशनल डेस्क : राजस्थान के बीजेपी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का हालिया बयान राजनीति में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने खींवसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपने चुनावी जीत को लेकर आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया और यहां तक कि यह भी कह दिया कि अगर वह चुनाव हारते हैं, तो अपने मूंछ और बाल मुंडवाकर खड़ा हो जाएंगे। यह बयान एक ओर जहां उनके जोश और आत्मविश्वास को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर यह चुनावी माहौल में आक्रामकता और प्रतिस्पर्धा का भी प्रतीक है।
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खींवसर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी, बीजेपी, उन विपक्षी दलों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है जो हमेशा उनकी जीत पर अपमानजनक तरीके से गली-गली में नारे लगाकर उन्हें नीचा दिखाते हैं। इस बयान में वह न केवल अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिखे, बल्कि यह भी जताया कि इस चुनाव में जीत सिर्फ अपनी पार्टी की नहीं, बल्कि इलाके के विकास और जनता की जीत होगी।
गजेंद्र सिंह खींवसर ने अपने कामकाजी रिकॉर्ड को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा कि जब वह पहली बार चुनाव जीतकर मंत्री बने थे, तब उन्होंने खींवसर क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी और नहर के पानी की आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया। खींवसर के अनुसार, उनकी पार्टी ने इस क्षेत्र में जो विकास कार्य किए, वे उनकी जीत की वजह हैं और इस बार भी उनका चुनावी अभियान इसी विकास के कामों के आधार पर होगा। खींवसर यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा मैंने जब यहां से चुनाव लड़ा था खींवसर में पोलिंग बूथ पर 95 प्रतिशत वोट मिले थे।
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राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनमें खींवसर, देवली-उनियारा, दौसा, झुंझुनूं, रामगढ़, सलूंबर और चौरासी सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है, और गजेंद्र सिंह खींवसर जैसे नेताओं के बयान इस चुनावी माहौल को और गरमाते हैं।