Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Feb, 2025 12:17 PM
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हाल ही में भारत ने दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक जाम का रिकॉर्ड तोड़ा है, जो कि हैरान करने वाला है. यह जाम प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान लगा. जानकारी के अनुसार, इस जाम की कुल लंबाई करीब 300 किलोमीटर तक बताई जा रही है. स्थिति यह है कि...
नेशनल डेस्क: हाल ही में भारत ने दुनिया के सबसे लंबे ट्रैफिक जाम का रिकॉर्ड तोड़ा है, जो कि हैरान करने वाला है. यह जाम प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान लगा. जानकारी के अनुसार, इस जाम की कुल लंबाई करीब 300 किलोमीटर तक बताई जा रही है. स्थिति यह है कि प्रयागराज से लेकर मध्य प्रदेश के रीवा, जबलपुर, सिवनी और कटनी तक भारी जाम लगा हुआ है. पिछले 72 घंटों से यहां वाहनों की रेंगने की स्थिति बनी हुई है, जिससे यात्रियों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ में इस समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। संगम पर स्नान के लिए आने वाले लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जाम और भारी ट्रैफिक की वजह से प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। साथ ही, जनसाधारण के लिए सुरक्षा व्यवस्था और रास्तों की विशेष जानकारी भी दी है। प्रयागराज महाकुंभ में विशेष रूप से वीकेंड के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक हो गई है। संगम के करीब पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है।
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ट्रैफिक की स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि कई प्रमुख सड़कों पर वाहनों का आवागमन रुक सा गया है। इसके चलते वाहन मालिकों को अपने वाहनों को संगम से 10 से 15 किलोमीटर पहले ही रोकने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए अस्थाई पुलों को भी बंद कर दिया है, ताकि भीड़ नियंत्रण किया जा सके। इसके बावजूद, श्रद्धालु अक्सर रास्ता भटकते नजर आते हैं, क्योंकि मार्गों पर जाम और ट्रैफिक की स्थिति अत्यधिक जटिल हो गई है।
राष्ट्रपति का महाकुंभ दौरा और सुरक्षा व्यवस्था
इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के महाकुंभ में आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। आज राष्ट्रपति प्रयागराज पहुंची और संगम तट पर त्रिवेणी स्नान की। उनके दौरे के दौरान संगम के प्रमुख घाटों पर सुरक्षा बल तैनात है। साथ ही, नावों का संचालन भी रोक दिया गया है। राष्ट्रपति के मार्ग पर स्थित प्रमुख रास्तों पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद है।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/12_16_397091777sangam-2.jpg)
इन रास्तों पर जाम से बचें
महाकुंभ के दौरान कई प्रमुख रास्तों पर जाम की स्थिति बनी रहेगी। खासकर हर के लाउदर रोड, अमरनाथ झा मार्ग, इंडियन प्रेस चौराहा, बालसन चौराहा, एसआरएन मोड़, झूंसी, नैनी और रीवा रोड पर अत्यधिक ट्रैफिक हो सकता है। इन रास्तों पर वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे हैं और श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 8 से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ सकता है।
माघ पूर्णिमा तक बढ़ेगा जनसैलाब
महाकुंभ का आयोजन 12 फरवरी तक जारी रहेगा, और इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है। माघ पूर्णिमा के स्नान तक लाखों श्रद्धालु संगम पर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में प्रशासन के लिए जाम को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती बन गई है।
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प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। निजी वाहनों का उपयोग करते समय बिना पास के संगम क्षेत्र की ओर न बढ़ें। प्रशासन ने पैदल श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग रास्तों का निर्माण किया है, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील की है, क्योंकि भीड़ बढ़ने से जाम की स्थिति और भी खराब हो सकती है। साथ ही, वे सभी श्रद्धालुओं से यह भी अनुरोध कर रहे हैं कि वे धैर्य रखें और किसी भी प्रकार की आपत्ति से बचें। महाकुंभ में संगम स्नान का अवसर मिलना किसी के लिए भी एक अद्भुत अनुभव है, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के संगम तक पहुंच सकें और सुरक्षित रूप से स्नान कर सकें।