Edited By Mahima,Updated: 24 Sep, 2024 05:55 PM
हालिया ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बैंकों ने लोन देने में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। चाहे होम लोन हो, ऑटो लोन, या पर्सनल लोन, सभी क्षेत्रों में लोन की स्वीकृति में पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है।
नेशनल डेस्क: हालिया ट्रांसयूनियन सिबिल की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बैंकों ने लोन देने में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। चाहे होम लोन हो, ऑटो लोन, या पर्सनल लोन, सभी क्षेत्रों में लोन की स्वीकृति में पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है। इस स्थिति में, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आम जनता को एक नया विकल्प पेश किया है, जिससे आप बैंक की ओर से खारिज किए गए लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
NBFC का उभरता हुआ विकल्प
RBI की हालिया रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि स्केल आधारित रेगुलेशंस फ्रेमवर्क (एसबीआर) के अंतर्गत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) ने कर्ज देने में अच्छा प्रदर्शन किया है। दिसंबर 2023 के अंत तक इस क्षेत्र में कर्ज देने में 10% से अधिक की वृद्धि हुई है। अक्टूबर 2022 में एसबीआर की शुरुआत के बाद से बुरे फंसे कर्जों (एनपीए) के अनुपात में भी काफी कमी आई है। दिसंबर 2021 में एनपीए का अनुपात 4.4% से 10.6% था, जबकि अब यह घटकर 2.4% से 6.3% के बीच आ गया है।
बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता और जोखिम प्रबंधन
RBI के बुलेटिन में कहा गया है कि NBFC में परिसंपत्ति गुणवत्ता और जोखिम प्रबंधन में सुधार हो रहा है। NBFC को तेजी से बदलते वित्तीय परिदृश्य के साथ तालमेल बिठाना होगा और जोखिम प्रबंधन, अनुपालन, और आंतरिक ऑडिट के प्रति सतर्क रहना होगा। त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) नियमों के विस्तार से NBFC क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। बैंकों में बढ़ते जोखिम के कारण, NBFC अब बैंक उधार पर निर्भरता कम कर रहे हैं और अपने फंडिंग स्रोतों में विविधता लाने पर जोर दे रहे हैं।
प्रमुख NBFC कंपनियां
RBI ने एसबीआर ढांचे के तहत अपर लेयर के रूप में कई प्रमुख NBFC की पहचान की है, जिनमें शामिल हैं:
- एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस
- बजाज फाइनेंस
- श्रीराम फाइनेंस
- टाटा संस
- एलएंडटी फाइनेंस
- इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस
- पीरामल कैपिटल और हाउसिंग फाइनेंस
- चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट और फाइनेंस
- महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज
- पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस
- आदित्य बिड़ला फाइनेंस
- एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज
- मुथूट फाइनेंस
- बजाज हाउसिंग फाइनेंस
- टाटा कैपिटल फाइनेंशिय
इन कंपनियों ने लिस्टिंग के अनुपालन के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है, जबकि टाटा संस अभी भी इस प्रक्रिया से बचने की कोशिश कर रहा है। नियमों के अनुसार, टाटा संस को अगले साल सितंबर तक लिस्ट होना है, लेकिन वह कर्ज चुकाने और अन्य कारणों से लिस्टिंग से बचने का प्रयास कर रहा है।
आपके लिए यह क्या मतलब है?
यदि आपके लोन आवेदन को बैंक ने खारिज कर दिया है, तो एनबीएफसी एक भरोसेमंद विकल्प हो सकता है। एनबीएफसी आपके विभिन्न वित्तीय जरूरतों के लिए लोन प्रदान कर सकती हैं, और उनका प्रदर्शन वर्तमान में मजबूत है। इसलिए, अगर आप बैंक से लोन नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं, तो आप एनबीएफसी से संपर्क करके अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। इस समय, जब बैंकों ने लोन देने में सख्ती बढ़ा दी है, एनबीएफसी एक अच्छे विकल्प के रूप में उभरी हैं। RBI के अनुसार, यह क्षेत्र बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता और कम एनपीए के साथ प्रगति कर रहा है। इसलिए, यदि आपको वित्तीय सहायता की आवश्यकता है, तो एनबीएफसी पर विचार करें। यह आपके लिए एक भरोसेमंद और प्रभावी विकल्प हो सकता है।