Edited By Rohini Oberoi,Updated: 17 Feb, 2025 12:38 PM
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मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में एक दुखद हादसा हुआ है जिसमें एक पति-पत्नी की मौत हो गई। यह हादसा ग्राम धनगंवा में हुआ जहां अवैध कोयला खदान धंसक गई। घटना में ओमकार यादव (40) और उनकी पत्नी पार्वती यादव (36) की दबकर मौत हो गई।
नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में एक दुखद हादसा हुआ है जिसमें एक पति-पत्नी की मौत हो गई। यह हादसा ग्राम धनगंवा में हुआ जहां अवैध कोयला खदान धंसक गई। घटना में ओमकार यादव (40) और उनकी पत्नी पार्वती यादव (36) की दबकर मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार रविवार की शाम ओमकार यादव और उनकी पत्नी पार्वती यादव कोयला खनन के लिए खदान में गए थे। तभी अचानक खदान धंसक गई जिसमें दोनों दब गए और उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे शवों को बाहर निकालने के लिए काम शुरू किया।
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वहीं घटना के बाद देर रात तक पुलिस जांच करती रही लेकिन यह जानकारी नहीं मिल पाई कि खदान के अंदर पति-पत्नी के अलावा और कितने लोग फंसे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि धनगंवा में अवैध तरीके से कोयला खनन किया जा रहा है। यहां के कोयला कारोबारी बिना किसी नियम के खदानों का संचालन करते हैं और आसपास के ग्रामीणों को मजदूरी देकर खनन कराते हैं। इस वजह से रोज़ बड़ी मात्रा में कोयला निकाला जाता है और परिवहन भी किया जाता है। मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर खदान से कोयला निकालते हैं।
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धनगंवा और आसपास के क्षेत्रों में कई अन्य अवैध कोयला खदानें भी चल रही हैं। बुढ़ार क्षेत्र में सक्रिय कारोबारी बिना किसी रोक-टोक के खनन कराते हैं, जबकि खनिज विभाग और स्थानीय पुलिस को इस अवैध गतिविधि के बारे में पूरी जानकारी होती है फिर भी ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। यह कोई नया मामला नहीं है इससे पहले भी धनगंवा में अवैध खनन के कारण कई जानें जा चुकी हैं। कुछ समय के लिए पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन फिर से वही स्थिति बन जाती है और अवैध खनन जारी रहता है।
वहीं यह हादसा इस बात का संकेत है कि अवैध खनन की गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों और मजदूरों की जान की सुरक्षा हो सके।