Breaking




पहलगाम हमले का असर: कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में गिरावट, रद्द बुकिंग का आंकड़ा बढ़ा

Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Apr, 2025 11:36 AM

impact of pahalgam attack decline in number of tourists in

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग को तगड़ा झटका दिया है। मई माह में पर्यटकों की संख्या आमतौर पर बढ़ जाती है, लेकिन इस हमले के बाद से टूर ऑपरेटरों ने बड़ी संख्या में रद्दीकरण की रिपोर्ट दी है। इससे न केवल तत्काल पर्यटन...

नेशनल डेस्क: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग को तगड़ा झटका दिया है। मई माह में पर्यटकों की संख्या आमतौर पर बढ़ जाती है, लेकिन इस हमले के बाद से टूर ऑपरेटरों ने बड़ी संख्या में रद्दीकरण की रिपोर्ट दी है। इससे न केवल तत्काल पर्यटन गतिविधियों पर असर पड़ा है, बल्कि दीर्घकालिक प्रभावों को लेकर भी चिंताएं जाहिर की जा रही हैं। विशेष रूप से अमरनाथ यात्रा, जो जून में शुरू होती है, पर इसके प्रभाव को लेकर टूर ऑपरेटरों में अनिश्चितता है।

सर्वे में बड़ी संख्या में बुकिंग रद्द होने का खुलासा:
लोकलसर्किल्स द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में 2025 में कश्मीर में छुट्टियां मनाने के लिए बुकिंग कर चुके पर्यटकों से पूछा गया कि क्या वे अपनी यात्रा योजना को जारी रखेंगे या रद्द कर देंगे। सर्वे में कुल 6,807 लोगों ने भाग लिया, जिनमें से 62% ने बताया कि वे अब कश्मीर जाने की योजना को रद्द कर रहे हैं और अपनी बुकिंग भी कैंसिल कर रहे हैं। वहीं 38% ने कहा कि वे अब भी कश्मीर जाने की योजना बना रहे हैं। यह परिणाम यह दर्शाता है कि आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर यात्रा को लेकर डर और असुरक्षा की भावना ने पर्यटकों को पीछे हटा दिया है।

आतंकवाद और पर्यटन के बीच का गहरा रिश्ता:
सर्वे में यह भी सवाल पूछा गया कि क्या अगले तीन वर्षों में पर्यटक कश्मीर जाने की योजना बना सकते हैं। इस पर 33% ने कहा कि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि सरकार सुरक्षा स्थिति को कैसे संभालती है, जबकि 8% ने स्पष्ट रूप से कोई जवाब नहीं दिया। इसका अर्थ यह है कि पर्यटकों को कश्मीर आने के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। आतंकवादी हमलों के डर से पर्यटक फिलहाल कश्मीर जाने से बचने की योजना बना रहे हैं और अगले कुछ वर्षों में यह स्थिति पर्यटन पर असर डाल सकती है।

आने वाले तीन वर्षों तक कश्मीर पर्यटन पर असर:
विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवादी हमले के प्रभाव से कश्मीर पर्यटन उद्योग पर दीर्घकालिक असर पड़ेगा। कश्मीर पहले भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र था, लेकिन अब लोग आतंकवादी हमलों और असुरक्षा के डर से कश्मीर की बजाय अन्य पर्यटन स्थलों का रुख कर सकते हैं। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में यह घोषणा की थी कि 2025 में जम्मू-कश्मीर में 2.3 करोड़ पर्यटक आएंगे, लेकिन इस हमले के बाद यह अनुमान अब संशय में है।

2022 और 2023 में पर्यटकों की बढ़ी संख्या:
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी। 2022 में लगभग 1.88 करोड़ और 2023 में 2.11 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर पहुंचे थे। लेकिन अब सुरक्षा स्थिति में बदलाव और आतंकवादी हमलों के खतरे के कारण यह आंकड़े प्रभावित हो सकते हैं, जिससे राज्य के पर्यटन विभाग और स्थानीय व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

सरकार को सुरक्षा को लेकर कदम उठाने की आवश्यकता:
इस परिस्थिति को देखते हुए सरकार से यह उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही कश्मीर में पर्यटन को फिर से गति देने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करे और पर्यटकों को विश्वास दिलाने के लिए विशेष कदम उठाए। यह कदम न केवल राज्य के पर्यटन उद्योग को राहत देगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यापारियों को भी आर्थिक दृष्टि से फायदा पहुंचाएगा।
 

Let's Play Games

Game 1
Game 2
Game 3
Game 4
Game 5
Game 6
Game 7
Game 8

Related Story

Trending Topics

IPL
Gujarat Titans

Sunrisers Hyderabad

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!