Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Sep, 2024 04:06 PM
पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में कई बड़े सुधार किए हैं। सरकार का उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाना और नागरिकों के भविष्य को उज्ज्वल बनाना है। पंजाब में कुल 20 हजार स्कूल हैं, जहां 28 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से 8 हजार स्कूल ऐसे थे,...
नेशनल डेस्क. पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में कई बड़े सुधार किए हैं। सरकार का उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाना और नागरिकों के भविष्य को उज्ज्वल बनाना है। पंजाब में कुल 20 हजार स्कूल हैं, जहां 28 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से 8 हजार स्कूल ऐसे थे, जिनकी चार-दीवारी तक नहीं थी। पिछले ढाई सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने इन स्कूलों में रिकॉर्ड तोड़ काम किया है और 8 हजार स्कूलों की चार-दीवारी बनवाई है।
इसके अलावा 118 स्कूलों को एमिनेंस का दर्जा दिया गया है। इनमें 5 हजार से ज्यादा बच्चे सरकारी बसों का मुफ्त लाभ उठा रहे हैं। पहले सरकारी स्कूलों में शिक्षक ही सभी काम करते थे, लेकिन अब कैंपस मैनेजरों द्वारा स्कूल, क्लासरूम और खेल मैदानों की देखभाल की जा रही है।
सरकारी स्कूलों में वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। पिछले 2 सालों में रिकॉर्ड 10,116 शिक्षकों की भर्ती की गई है। पंजाब देश का पहला राज्य बनेगा, जहां कोई भी स्कूल टीचर-लेस या सिंगल टीचर नहीं रहेगा।
स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि पिछले 30 सालों में उन्हें कोई तरक्की नहीं मिली, लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहली बार प्रिंसिपल से डी.ई.ओ. तक की पदोन्नति की है। मुख्यमंत्री मान का लक्ष्य है कि पंजाब के हर गांव के हर स्कूल को हर तरह की सुविधा प्रदान की जाए।