Edited By Rahul Rana,Updated: 31 Dec, 2024 01:16 PM
तमिलनाडु में सोमवार को अपना पहला ग्लास ब्रिज उद्घाटन हुआ जो विवेकानंद रॉक मेमोरियल और 133 फीट ऊंची तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ता है। इस पुल का उद्घाटन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने किया। पुल 77 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा है और यह पर्यटकों...
नेशनल डेस्क। तमिलनाडु में सोमवार को अपना पहला ग्लास ब्रिज उद्घाटन हुआ जो विवेकानंद रॉक मेमोरियल और 133 फीट ऊंची तिरुवल्लुवर प्रतिमा को जोड़ता है। इस पुल का उद्घाटन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने किया। पुल 77 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा है और यह पर्यटकों को समुद्र के ऊपर चलने का रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।
उद्घाटन और समारोह
पुल का उद्घाटन दिवंगत मुख्यमंत्री एम करुणानिधि द्वारा तिरुवल्लुवर प्रतिमा के अनावरण की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर किया गया। उद्घाटन के बाद तिरुवल्लुवर प्रतिमा पर एक भव्य लेजर लाइट शो भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, राज्य मंत्री, एमपी कनिमोझी और वरिष्ठ अधिकारी पुल पर चले।
प्रमुख आकर्षण
यह ग्लास ब्रिज पर्यटकों को दो प्रसिद्ध स्मारकों — विवेकानंद रॉक मेमोरियल और तिरुवल्लुवर प्रतिमा — के बीच की यात्रा करने का अवसर प्रदान करेगा साथ ही उन्हें समुद्र के ऊपर से शानदार दृश्य का अनुभव होगा। इस ब्रिज का निर्माण 37 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इसे देश के पहले ग्लास ब्रिज के रूप में माना जा रहा है।
सीएम का संदेश
ग्लास ब्रिज के उद्घाटन के बाद, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस परियोजना के महत्व को साझा किया। उन्होंने लिखा, "अय्यन वल्लुवर प्रतिमा को विवेकानंद रॉक से जोड़ने के लिए समुद्र के बीच में बने ग्लास फाइबर पुल का उद्घाटन उन लोगों को विशेष धन्यवाद जो विभिन्न तरीकों से कुरान की शिक्षाओं को फैलाने में सक्षम हैं।"
आकर्षक पर्यटन स्थल
यह ब्रिज न केवल एक नई ऐतिहासिक धरोहर के रूप में उभरेगा बल्कि यह कन्याकुमारी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना देगा जहां पर्यटक समुद्र, तट और स्मारकों का अद्भुत दृश्य एक साथ देख सकेंगे।
इस उद्घाटन के साथ तमिलनाडु में पर्यटन को बढ़ावा देने और नए आकर्षण जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।