Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Oct, 2024 10:25 AM
हर साल की तरह इस बार भी इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस साल करीब 7.3 करोड़ लोगों ने ITR भरे हैं, और मार्च 2025 तक यह आंकड़ा 9 करोड़ को पार कर सकता है। अगर सरकार 8 लाख रुपये की वार्षिक आय को टैक्स फ्री...
नेशनल डेस्क: हर साल की तरह इस बार भी इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस साल करीब 7.3 करोड़ लोगों ने ITR भरे हैं, और मार्च 2025 तक यह आंकड़ा 9 करोड़ को पार कर सकता है। अगर सरकार 8 लाख रुपये की वार्षिक आय को टैक्स फ्री करने का निर्णय लेती है, तो यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है। इस विषय पर एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस छूट की मांग तेजी से उठ रही है, और सरकार सीनियर सिटीजन (60 से 80 वर्ष) को इस राहत का लाभ देने पर विचार कर सकती है।
2 करोड़ नए ITR की उम्मीद
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के आर्थिक विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि सरकार को असेसमेंट ईयर 2024-25 में ITR की संख्या में तेज वृद्धि करनी है, तो उसे इस दिशा में ठोस कदम उठाने से हिचकना नहीं चाहिए। अगर सीनियर सिटीजन को यह छूट दी जाती है, तो रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा होगा। SBI की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस साल लगभग 2 करोड़ और ITR फाइल होने की उम्मीद है, जिससे वित्त वर्ष के अंत तक ITR की संख्या 9 करोड़ को पार कर जाएगी। अगले साल यह आंकड़ा 10 करोड़ तक भी पहुंच सकता है।
TDS में सुधार की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले असेसमेंट ईयर 2022 में कुल 7.3 करोड़ ITR भरे गए थे, जबकि 2024 में यह संख्या 8.6 करोड़ रही। हालाँकि, तय तारीख के बाद आईTR भरने वालों की संख्या तेजी से घट रही है, जो यह दर्शाता है कि लोगों में ITR समय पर भरने का अनुशासन बढ़ता जा रहा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने प्रक्रिया और फॉर्म को सरल बनाकर ITR भरना आसान किया है।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सरकार को टीडीएस कटौती के दायरे में सुधार करना चाहिए और टीडीएस सर्टिफिकेट में भी बदलाव करने चाहिए। इस प्रकार, सही कदम उठाने पर सरकार ITR भरने की प्रक्रिया को और अधिक सरल बना सकती है, जिससे आम जनता को लाभ होगा।