बड़ी सफलता! भारत ने हासिल की नई ऊंचाई, इस मामले में दुनिया के टॉप-6 देशों में हुआ शामिल

Edited By Mahima,Updated: 15 Oct, 2024 12:19 PM

india achieved new heights included in the top 6 countries of the world

भारत ने 6जी तकनीक में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए शीर्ष-6 देशों में स्थान बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2030 तक भारत को 6जी में अग्रणी बनने का लक्ष्य रखा है। दूरसंचार विभाग ने 6जी शोध के लिए वित्तीय सहायता दी है, और विश्व दूरसंचार मानकीकरण...

नेशनल डेस्क: भारत ने हाल ही में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसने उसे दुनिया के शीर्ष-6 देशों में शामिल कर दिया है। यह उपलब्धि 6जी तकनीक से संबंधित पेटेंट दाखिल करने के मामले में है। पहले 5जी तकनीक को रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक लागू करने के बाद, अब भारत ने 6जी पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। 

Prime Minister Modi's vision
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य है कि भारत 2030 तक 6जी तकनीक के डिजाइन, विकास और तैनाती में अग्रणी योगदानकर्ता बने। इसके तहत 'भारत 6जी विजन' नामक एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है, जिसमें सरकार 6जी इकोसिस्टम पर त्वरित शोध करने के लिए 470 प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रही है। यह कदम देश की तकनीकी प्रगति और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में आगे रहने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

Initiative of Department of Telecommunications
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने 6जी शोध को आगे बढ़ाने के लिए दो नई पीढ़ी के टेस्टबेड को वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है। यह टेस्टबेड भारत में 6जी तकनीक के विकास और परीक्षण में मदद करेगा। इसके साथ ही, एक विशेषज्ञ समिति ने अनुमान लगाया है कि भारत अगले तीन वर्षों में वैश्विक 6जी पेटेंट में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल कर सकता है। 

Support to Patents and IPR
भारत ने पेटेंट और बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के समर्थन के लिए कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की है। इनमें 'भारत 6जी अलायंस' का गठन शामिल है, जो विभिन्न उद्योगों, शैक्षणिक संस्थानों और शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा। यह गठबंधन तकनीकी अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

Importance of technological infrastructure
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के लिए तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए विश्वसनीय कनेक्टिविटी के साथ-साथ एक मजबूत वायरलाइन और इंटेलिजेंट वायरलेस ब्रॉडबैंड नेटवर्क का विकास आवश्यक है। यह सुनिश्चित करेगा कि 6जी तकनीक को लागू करने के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना मौजूद हो। 

World Telecommunication Standardization Conference (WTSA-2024)
इस सब के बीच, 14 से 24 अक्टूबर तक दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व दूरसंचार मानकीकरण सम्मेलन (डब्ल्यूटीएसए-2024) का विशेष महत्व है। इस सम्मेलन में 190 से अधिक देशों के दूरसंचार नेता, विशेषज्ञ और शिक्षाविद भाग लेने के लिए तैयार हैं। यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के 150 वर्षों के इतिहास में पहली बार भारत में आयोजित किया जा रहा है, जिससे भारत की वैश्विक तकनीकी प्रगति को और बढ़ावा मिलेगा।

Importance of hosting the conference
दूरसंचार विभाग के अनुसार, भारत द्वारा डब्ल्यूटीएसए-2024 की मेजबानी वैश्विक दूरसंचार एजेंडे को प्रभावित करने का एक अद्वितीय अवसर है। यह भारत को वैश्विक मंच पर अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और 6जी तथा उससे आगे की प्रगति के लिए तैयार होने का मौका प्रदान करेगा। 

Organizing outreach sessions
इस सम्मेलन के अंतर्गत, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में आउटरीच सेशन्स का आयोजन किया जा रहा है। इन सेशन्स का उद्देश्य छात्रों और युवा पेशेवरों को सीखने का अवसर प्रदान करना और उद्योग के विशेषज्ञों के साथ सीधे संपर्क स्थापित करना है। यह पहल न केवल तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि भविष्य के टेक्नोलॉजी लीडर्स को तैयार करने में भी मददगार साबित होगी। इस प्रकार, भारत अपनी तकनीकी क्षमता को और मजबूत करते हुए 6जी और उसके बाद की प्रगति के लिए तैयार हो रहा है। यह न केवल भारत के विकास और इनोवेशन के लिए एक सकारात्मक कदम है, बल्कि यह वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में देश की स्थिति को भी मजबूत करेगा। भारत की यह यात्रा निस्संदेह देश के नागरिकों के लिए एक नई उम्मीद और अवसर लेकर आएगी।

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