Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Jan, 2025 09:20 PM
चीन में तेजी से फैल रहे ह्यूमन मेटानिमोवायरस (hMPV) को लेकर डर का माहौल बन गया है कि कहीं यह कोरोना वायरस जैसी महामारी का रूप न ले ले। भारत में इस वायरस पर पैनी नजर रखी जा रही है।
नेशनल डेस्क : चीन में तेजी से फैल रहे ह्यूमन मेटानिमोवायरस (hMPV) को लेकर डर का माहौल बन गया है कि कहीं यह कोरोना वायरस जैसी महामारी का रूप न ले ले। भारत में इस वायरस पर पैनी नजर रखी जा रही है। तेलंगाना सरकार ने इस वायरस के खतरे को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, हालांकि राज्य में अभी तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया है।
तेलंगाना राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वह चीन से आ रही hMPV की खबरों को लेकर सतर्क है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर स्थिति की निगरानी कर रहा है। मंत्रालय ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है।
तेलंगाना में hMPV का कोई मामला नहीं : तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में श्वसन संक्रमण के मामलों का विश्लेषण किया और पाया कि दिसंबर 2024 में पिछले साल के मुकाबले संक्रमण के मामलों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है।
सावधानी बरतने के निर्देश : स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से निम्नलिखित सावधानियां बरतने को कहा है:
क्या करें (Do's):
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रूमाल या टिश्यू से ढकें।
- हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और फ्लू से प्रभावित लोगों से दूरी बनाएं।
- बुखार, खांसी या छींक आने पर सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें।
- पानी ज्यादा पिएं और पौष्टिक भोजन करें।
- सभी स्थानों पर उचित वेंटिलेशन रखें।
- बीमार होने पर घर पर रहें और दूसरों से संपर्क कम करें।
- पर्याप्त नींद लें।
क्या न करें (Don'ts):
- हाथ मिलाने से बचें।
- बार-बार टिश्यू या रूमाल का इस्तेमाल न करें।
- बीमार लोगों के संपर्क में न आएं।
- आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छूएं।
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना दवाई न लें।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान
भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डीजीएचएस और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने भी बयान जारी किया है। मंत्रालय ने कहा कि ह्यूमन मेटानिमोवायरस (hMPV) एक सामान्य श्वसन संक्रमण वायरस है जो सर्दियों में सर्दी और फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। यह खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि इस वायरस को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है। यह वायरस भी आम सर्दी-खांसी जैसे लक्षण पैदा करता है और अन्य श्वसन वायरस की तरह ही व्यवहार करता है।