Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Nov, 2024 08:25 AM
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के विवादित क्षेत्र डेमचोक में डिसइंगेजमेंट के बाद भारतीय सेना ने सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा 2017 में बनाई गई सड़क को हटा दिया है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, चीन ने भी अपनी नई सड़क का निर्माण कार्य रोक दिया है। डेमचोक...
नेशनल डेस्क: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के विवादित क्षेत्र डेमचोक में डिसइंगेजमेंट के बाद भारतीय सेना ने सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा 2017 में बनाई गई सड़क को हटा दिया है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, चीन ने भी अपनी नई सड़क का निर्माण कार्य रोक दिया है। डेमचोक और देपसांग में छह पेट्रोलिंग प्वाइंट्स हैं, लेकिन फिलहाल एक ही प्वाइंट पर गश्त चल रही है। शेष पांच प्वाइंट्स पर पेट्रोलिंग की रणनीति तय करने के लिए दोनों पक्षों की बैठक आज शुरू होने वाली है।
दोनों ओर से सैनिकों की वापसी शुरू 4 नवंबर को देपसांग और डेमचोक में सैनिकों की वापसी और पेट्रोलिंग को लेकर सहमति बनने के बाद दोनों पक्षों ने डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू की। भारतीय सेना ने पहली बार देपसांग में एक पेट्रोलिंग प्वाइंट पर गश्त की। इससे पहले 1 नवंबर को डेमचोक में सैनिकों की वापसी और पेट्रोलिंग की शुरुआत देखी गई थी, और अब देपसांग में भी पहले की तरह गश्त पुनः शुरू हो गई है।
2020 की झड़प के बाद समाधान की ओर बढ़ते कदम जून 2020 में गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच झड़प के बाद से ही दोनों देशों में तनाव बढ़ा था। चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पुष्टि की कि पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जारी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी बताया कि 4 नवंबर को पूर्वी लद्दाख में गश्त दोबारा शुरू हो चुकी है। भारत-चीन समझौते के तहत, एलएसी पर गश्त और सैनिकों की वापसी के लिए अक्टूबर में सहमति बनी थी।
यह समझौता 2020 में उत्पन्न विवादों के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव कम होने की संभावना है।