Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 28 Apr, 2025 04:17 PM
पहलगाम हमले के बाद भारत ने तुरंत एक्शन लेते हुए पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। भारत सरकार ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को बैन करने का फैसला कर लिया है। इन चैनल्स पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और गलत जानकारियां फैलाने का आरोप था। सरकार का मानना है...
इंटरनेशनल डेस्क: पहलगाम हमले के बाद भारत ने तुरंत एक्शन लेते हुए पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। भारत सरकार ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को बैन करने का फैसला कर लिया है। इन चैनल्स पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और गलत जानकारियां फैलाने का आरोप था। सरकार का मानना है कि ऐसे चैनल्स देश की शांति और एकता के लिए खतरा बन सकते हैं। भारत सरकार ने बैन किए गए पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स की एक आधिकारिक लिस्ट भी जारी कर दी है। इसमें उन चैनल्स के नाम शामिल हैं जो भारत विरोधी कंटेंट को बढ़ावा दे रहे थे और भारतीय नागरिकों में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे थे। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आदेश जारी करते हुए तुरंत प्रभाव से इन चैनल्स को ब्लॉक करने के निर्देश दिए हैं।
क्यों उठाया गया यह कदम
सरकार का कहना है कि पाकिस्तान प्रायोजित कुछ यूट्यूब चैनल्स जानबूझकर फेक न्यूज और भ्रामक जानकारियां फैला रहे थे। इनका मकसद भारतीय समाज में डर, अस्थिरता और तनाव फैलाना था। पहलगाम हमले के बाद इन चैनल्स की गतिविधियां और ज्यादा आक्रामक हो गई थीं, जिसके बाद भारत को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।
भारत ने दिखाई जीरो टॉलरेंस की नीति
पहलगाम हमले के बाद से भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा। चाहे सोशल मीडिया हो या फिर यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म, भारत अब किसी भी गलत गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा। बैन किए गए चैनल्स पर नजर रखने के लिए सरकार ने विशेष एजेंसियों को भी एक्टिव कर दिया है।
आगे भी जारी रहेगा कड़ा एक्शन
भारत सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर भविष्य में भी किसी चैनल या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भारत विरोधी गतिविधि की जाती है तो उस पर भी तुरंत एक्शन लिया जाएगा। सरकार ने साफ किया कि देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम करने वालों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है।
नागरिकों से भी अपील
सरकार ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी फेक न्यूज या भ्रामक खबर को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांचें। साथ ही किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना संबंधित एजेंसियों को दें, ताकि देशद्रोही तत्वों को समय रहते रोका जा सके।