Edited By Parveen Kumar,Updated: 08 Sep, 2024 02:37 PM
भारत ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के क्षेत्र में चीन और अमेरिका को पछाड़ते हुए एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
नेशनल डेस्क : भारत ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के क्षेत्र में चीन और अमेरिका को पछाड़ते हुए एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। अप्रैल से जुलाई 2024 तक, भारत में UPI के माध्यम से कुल 81 लाख करोड़ रुपये के लेन-देन किए गए, जो कि किसी भी डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के द्वारा दुनिया में किया गया अब तक का सबसे बड़ा ट्रांजैक्शन वॉल्यूम है।
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि UPI लेन-देन की संख्या में पिछले साल की तुलना में 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय UPI प्लेटफॉर्म ने चीन के Alipay और अमेरिका के PayPal को पीछे छोड़ते हुए एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। इस उपलब्धि ने भारत के डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को एक नई दिशा दी है और वैश्विक स्तर पर भारत की तकनीकी प्रगति को और भी स्पष्ट किया है।
आईएएनएस ने ग्लोबल पेमेंट हब पेसिक्योर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि यूपीआई प्लेटफॉर्म पर अब हर सेकंड 3,729.1 लेन-देन हो रहे हैं, जबकि पिछले साल तक यह संख्या 2,348 प्रति सेकंड थी। इसका मतलब है कि यूपीआई पेमेंट में करीब 58% की बढ़ोतरी हुई है। पेसिक्योर के डेटा के अनुसार, इस साल जुलाई में यूपीआई के जरिए किए गए लेन-देन की कुल राशि 20.6 लाख करोड़ रुपये थी, जो किसी एक महीने में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा, यूपीआई ट्रांजैक्शंस ने लगातार तीन महीनों तक 20 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है।
भारत में 40% डिजिटल पेमेंट
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत दुनिया में डिजिटल पेमेंट के मामले में सबसे आगे है। यहां कुल डिजिटल लेन-देन में 40% से ज्यादा पेमेंट डिजिटल तरीके से होते हैं, और इनमें से सबसे अधिक लेन-देन यूपीआई के जरिए किए जाते हैं।