Edited By Tanuja,Updated: 12 Jan, 2025 05:05 PM
भारतीय रेलवे ने हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला दुनिया का सबसे शक्तिशाली ट्रेन इंजन तैयार कर लिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान ...
International Desk: भारतीय रेलवे ने हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला दुनिया का सबसे शक्तिशाली ट्रेन इंजन तैयार कर लिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह हाइड्रोजन इंजन 1,200 हॉर्स पावर की क्षमता वाला है, जो वैश्विक स्तर पर अब तक का सबसे शक्तिशाली इंजन है। दुनिया के केवल चार देशों ने हाइड्रोजन ट्रेन इंजन विकसित किए हैं, लेकिन उनकी क्षमता 500 से 600 हॉर्स पावर तक सीमित है। भारतीय रेलवे ने इसे स्वदेशी तकनीक से तैयार कर तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
हरियाणा के जींद-सोनीपत रूट पर होगा परीक्षण
रेल मंत्री ने बताया कि इस इंजन का निर्माण पूरा हो चुका है और वर्तमान में इसकी प्रणाली का एकीकरण (इंटीग्रेशन) जारी है। जल्द ही इस ट्रेन का हरियाणा के जींद-सोनीपत मार्ग पर परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने इस तकनीकी उपलब्धि को देश के लिए आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला बताया।
क्या है हाइड्रोजन ट्रेन इंजन?
हाइड्रोजन ट्रेन इंजन पर्यावरण के अनुकूल तकनीक पर आधारित है। इस इंजन में डीजल या बिजली के बजाय हाइड्रोजन फ्यूल का उपयोग किया जाता है। हाइड्रोजन ट्रेन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह जीरो कार्बन उत्सर्जन करती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता। रेल मंत्री ने कहा कि इस तकनीकी उपलब्धि से भारत न केवल हाइड्रोजन इंजन उत्पादन में अग्रणी बना है, बल्कि यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। हाइड्रोजन ट्रेन का यह कदम भारत के हरित परिवहन और तकनीकी प्रगति की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इसमें दो तरीके अपनाए जाते हैं:
- हाइड्रोजन इंटरनल कंबशन इंजन: इसमें हाइड्रोजन को जलाकर ऊर्जा प्राप्त की जाती है।
- फ्यूल सेल तकनीक: हाइड्रोजन को ऑक्सीजन के साथ रिएक्शन कराकर इलेक्ट्रिक मोटर को चलाने के लिए ऊर्जा पैदा की जाती है।