Edited By Parminder Kaur,Updated: 21 Nov, 2024 04:02 PM
वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि भारत वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 11.1 ट्रिलियन रुपए ($131.72 बिलियन) के अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पार कर सकता है।
नेशनल डेस्क. वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि भारत वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 11.1 ट्रिलियन रुपए ($131.72 बिलियन) के अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पार कर सकता है।
आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा- खाद्य पदार्थों की कीमतें एक समस्या क्षेत्र हैं, लेकिन इसके अलावा मुद्रास्फीति कोई चुनौती नहीं है। अक्टूबर में भारत में खुदरा मुद्रास्फीति 14 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जिसका आंशिक कारण खाद्य तेल, प्याज और टमाटर की उच्च कीमतें हैं। दुनिया की सबसे तेज़ आर्थिक विकास दरों में से एक के लिए महत्वपूर्ण भारत सरकार का बुनियादी ढांचा व्यय राष्ट्रीय चुनावों के कारण चालू वर्ष में धीमा रहा है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल और सितंबर के बीच सरकार ने 2024-25 के लिए 11.1 ट्रिलियन रुपये के अपने बजट लक्ष्य का सिर्फ़ 37% खर्च किया, जबकि पिछले साल के लक्ष्य का 49% खर्च किया गया था।
लेकिन सेठ ने कहा कि सरकार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.5%-7% के अपने विकास अनुमान में कोई नकारात्मक जोखिम नहीं दिखता।
इस बीच एक पुरानी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत तिमाही खर्च सीमा में ढील देने पर विचार कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह वित्त वर्ष 2024/2025 के लिए अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य से पीछे न रह जाए।