Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Apr, 2025 04:30 PM
एक दौर था जब भारत ने शांतिपूर्ण ढंग से परमाणु तकनीक को विकसित करने का रास्ता चुना था, लेकिन आज वह उन चुनिंदा देशों में शुमार है जिनके पास ज़मीन, हवा और समुद्र - तीनों माध्यमों से परमाणु हमला करने की ताकत मौजूद है। भारत की 'नो फर्स्ट यूज़' नीति के...
नेशनल डेस्क: एक दौर था जब भारत ने शांतिपूर्ण ढंग से परमाणु तकनीक को विकसित करने का रास्ता चुना था, लेकिन आज वह उन चुनिंदा देशों में शुमार है जिनके पास ज़मीन, हवा और समुद्र - तीनों माध्यमों से परमाणु हमला करने की ताकत मौजूद है। भारत की 'नो फर्स्ट यूज़' नीति के बावजूद देश ने अपनी परमाणु क्षमताओं को लगातार मज़बूत किया है।अब ताज़ा रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है - भारत की परमाणु ताकत में पिछले 25 सालों में 92% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
2025 में भारत की परमाणु तस्वीर कैसी है?
Federation of American Scientists (FAS) की नई रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2000 में भारत के पास केवल 13 परमाणु हथियार थे, जो अब बढ़कर 2025 तक 180 हो गए हैं। यानी औसतन हर साल भारत ने 7 नए परमाणु हथियार विकसित किए हैं। यह उस देश के लिए हैरान करने वाला आंकड़ा है जिसकी नीति 'पहले हमला नहीं करेंगे' (No First Use) पर टिकी हुई है। लेकिन यही नीति भारत को एक संतुलित और ज़िम्मेदार परमाणु ताकत बनाती है।
दुनिया में परमाणु ताकतों की स्थिति
वर्तमान में केवल 9 देश ऐसे हैं जो परमाणु हथियारों से संपन्न हैं। इन देशों के पास कुल मिलाकर लगभग 12,331 न्यूक्लियर वेपन हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इनमें से 90% हथियार केवल दो देशों-अमेरिका और रूस के पास हैं।
देश
|
कुल हथियार
|
सैन्य तैयारी
|
लॉन्च-रेडी हथियार
|
रूस
|
5,449
|
4,299
|
1,710
|
अमेरिका
|
5,277
|
3,700
|
1,670
|
चीन
|
600
|
600
|
24
|
भारत
|
180
|
180
|
0
|
पाकिस्तान
|
170
|
170
|
0
|
इज़रायल
|
90
|
50
|
0
|
उत्तर कोरिया
|
50
|
50
|
0
|
भारत के सारे हथियार फिलहाल रिज़र्व मोड में हैं — यानी किसी भी तरह की तैनाती नहीं की गई है।
भारत की परमाणु शक्ति: क्यों खास है?
भारत का नाम दुनिया के उन चुनिंदा देशों में आता है जिनके पास है Nuclear Triad - यानी तीनों माध्यमों से परमाणु हथियार लॉन्च करने की शक्ति:
-
जमीन से: अग्नि मिसाइल सीरीज़ (अग्नि-I से अग्नि-VI तक), जिनकी रेंज 700 किमी से लेकर 6,000+ किमी तक है।
-
पानी से: INS अरिहंत जैसी परमाणु पनडुब्बियां, जो छिपकर गहराई से मिसाइल लॉन्च कर सकती हैं।
-
आकाश से: सुखोई-30 MKI, मिराज 2000, और जगुआर जैसे फाइटर जेट्स जो परमाणु हथियारों को हवा से टारगेट तक पहुंचा सकते हैं।
भारत की नीति: शांत लेकिन तैयार
भारत की रणनीति साफ है - पहले हमला नहीं करेंगे, लेकिन जवाब ज़रूर देंगे और वो भी पूरी ताकत से। ऐसे में भारत की परमाणु नीति को एक रक्षात्मक आक्रामकता (Defensive Assertiveness) कहा जा सकता है।