Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Nov, 2024 12:36 PM
भारतीय अर्थव्यवस्था हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है और देश के लिए एक और बड़े गर्व का क्षण है। भारत ने सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार के साथ शीर्ष 5 देशों में शामिल होने के लिए अमेरिका, जर्मनी और यहां तक कि कनाडा को भी पछाड़ दिया है।
नेशनल डेस्क। भारतीय अर्थव्यवस्था हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है और देश के लिए एक और बड़े गर्व का क्षण है। भारत ने सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार के साथ शीर्ष 5 देशों में शामिल होने के लिए अमेरिका, जर्मनी और यहां तक कि कनाडा को भी पछाड़ दिया है। भारत की विदेशी मुद्रा अब रिकॉर्ड ऊंचाई पर है।
बता दें कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश बन गया है। एक समय था जब भारतीय अर्थव्यवस्था को 'फ्रैजाइल फाइव' का हिस्सा माना जाता था। लेकिन अब यह 'फ्रैजाइल फाइव' से रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में बदल गया है।
भारत ने किया नया कीर्तिमान स्थापित:
आज भारत न सिर्फ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है बल्कि विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भी भारत ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इतिहास में पहली बार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के नवीनतम अनुमान के अनुसार, 27 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक सप्ताह में 12.588 बिलियन डॉलर बढ़कर 704.885 बिलियन डॉलर के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत के पास अब चीन, जापान और स्विट्जरलैंड के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है।
यहां गौरतलब है कि देश के विदेशी मुद्रा आंकड़े पिछले महीने शिखर से लुढ़क गए। यह संभावना है कि रिजर्व में हालिया गिरावट रुपये में तेज गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई के हस्तक्षेप के कारण है। विदेशी मुद्रा भंडार का उच्च बफर घरेलू आर्थिक गतिविधि को वैश्विक झटकों से बचाने में मदद करता है।
सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि दुनिया भर में भू-राजनीतिक संकट और आर्थिक मंदी के बीच भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। आईएमएफ ने कहा कि भारत के लिए 2024 में वृद्धि को अप्रैल के पूर्वानुमान के सापेक्ष 0.2 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 7.0 प्रतिशत कर दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "ये रुझान 2025 में भी जारी रहने की उम्मीद है। इसके साथ, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।"