Edited By Rohini Oberoi,Updated: 26 Mar, 2025 03:39 PM

भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ चक्रव्यूह से बाहर निकलने के लिए एक रणनीति तैयार की है। भारत अब अमेरिकी सामानों पर 23 बिलियन डॉलर के टैरिफ को कम करने की योजना बना रहा है। यह कदम भारत को अमेरिका से होने वाली...
नेशनल डेस्क। भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ चक्रव्यूह से बाहर निकलने के लिए एक रणनीति तैयार की है। भारत अब अमेरिकी सामानों पर 23 बिलियन डॉलर के टैरिफ को कम करने की योजना बना रहा है। यह कदम भारत को अमेरिका से होने वाली व्यापारिक क्षति को कम करने और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को सुधारने में मदद करेगा।
23 बिलियन डॉलर का टैरिफ घटाने की योजना
भारत ने यह निर्णय लिया है कि वह अमेरिका से आयात किए गए 55 प्रतिशत सामान पर टैरिफ कम करेगा। इसके तहत कई अमेरिकी सामानों पर लगने वाले 5 से 30 प्रतिशत तक के टैरिफ को घटाया जाएगा। यह कदम अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है और इस फैसले से अमेरिका को 66 बिलियन डॉलर का निर्यात मिल सकता है।
भारत का टैरिफ 6 गुना ज्यादा
वर्तमान में अमेरिका का औसत टैरिफ केवल 2.2 प्रतिशत है जबकि भारत का औसत टैरिफ 12 प्रतिशत है। इस अंतर को देखते हुए भारत ने अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर टैरिफ में कटौती करने का निर्णय लिया है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार घाटा 45.6 बिलियन डॉलर है और यह निर्णय इस घाटे को कम करने के लिए लिया जा रहा है।
ट्रंप का टैरिफ और भारत का रवैया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को “टैरिफ किंग” कहा था और उन्होंने सभी देशों पर टैरिफ लगाए जाने की बात कही थी। हालांकि भारत ने ट्रंप के इस रवैये का तोड़ निकालने के लिए योजना बनाई है। भारत ने ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ से बचने के लिए समझौते के लिए बातचीत शुरू की है।
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भारत की रणनीति में कटौती की तैयारी
भारत ने पारस्परिक टैरिफ को कम करने के लिए एक समझौता करने का प्रयास किया है। इस दौरान भारत के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि वह पहले टैरिफ को कम करना चाहते हैं और इसके बाद ही विस्तृत टैरिफ सुधार की योजना पर चर्चा करेंगे।
अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को सुधारने की कोशिश
भारत के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वह अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारना चाहते हैं लेकिन अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेंगे। भारत ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत शुरू कर दी है।
भारत का भविष्य योजना
भारत ने अपने व्यापार को सुदृढ़ करने के लिए कई अन्य कदम उठाए हैं। जैसे कि मांस, मक्का, गेहूं, डेयरी उत्पादों पर टैरिफ में कटौती की जा सकती है और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी टैरिफ में घटौती की योजना है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है और व्यापारिक संतुलन स्थापित किया जा सकता है।
वहीं कहा जा सकता है कि भारत की यह रणनीति अमेरिकी टैरिफ को कम करने और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को सुधारने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। भारत अपनी राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए टैरिफ में कटौती और सुधार की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अब यह देखना होगा कि दोनों देशों के बीच समझौता कब और किस रूप में संपन्न होता है।