Edited By Mahima,Updated: 30 Jan, 2025 01:40 PM
भारत का चिनाब रेल ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च और रेल पुल बन चुका है। इसकी ऊंचाई 359 मीटर है, जो एफिल टॉवर से भी ज्यादा है। यह पुल भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता रखता है और इसकी संरचना अत्याधुनिक है। इस प्रोजेक्ट को भारतीय रेलवे...
नेशनल डेस्क: भारत में जम्मू-कश्मीर के धरोत क्षेत्र में स्थित चिनाब रेल ब्रिज न केवल अपनी ऊंचाई और इंजीनियरिंग के कारण चर्चा में है, बल्कि यह अपनी अत्याधुनिक तकनीक और निर्माण के कारण एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी मानी जाती है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल और आर्च ब्रिज है, जो भारतीय रेलवे के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है। आइए जानते हैं इस अद्वितीय परियोजना की हर एक खासियत, जो इसे इतना खास बनाती है।
कश्मीर घाटी को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ना
चिनाब रेल ब्रिज की शुरुआत भारतीय रेलवे द्वारा अगस्त 2004 में की गई थी। यह प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक था और इसे नेशनल प्रोजेक्ट के रूप में घोषित किया गया था। इस परियोजना में उधमपुर शहर से लेकर जम्मू के बारामुल्ला जिले तक एक नई रेलवे लाइन का निर्माण किया गया। इस लाइन में सुरंगों और पुलों का निर्माण भी शामिल था, जिनमें सबसे प्रमुख चिनाब नदी पर बना यह आर्च ब्रिज था। चिनाब रेल ब्रिज का उद्देश्य कश्मीर घाटी को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ना था, और इस पुल के निर्माण से कश्मीर रेलवे प्रोजेक्ट के उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला खंड में 111 किलोमीटर के रेल मार्ग की महत्वपूर्ण कड़ी पूरी हुई। इस पुल का निर्माण भारत की तकनीकी क्षमताओं और इंजीनियरिंग कौशल का बेहतरीन उदाहरण है।
भूकंपीय खतरे का सामना करने की क्षमता
चिनाब पुल का निर्माण एक ऐसी भूकंपीय सक्रिय क्षेत्र में किया गया है, जो टेक्टोनिकली एक्टिव रीजन और जियोलॉजिकली जटिल है। इस क्षेत्र में बार-बार भूकंप आते रहे हैं, और इसकी वजह से यह पुल विशेष रूप से भूकंपीय और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया था। IIT दिल्ली, IIT रुड़की और IISC बैंगलोर जैसी प्रमुख संस्थाओं ने इस क्षेत्र के भूकंपीय खतरे का विस्तार से अध्ययन किया। उनके द्वारा किए गए अध्ययन के आधार पर, चिनाब रेल ब्रिज का निर्माण इस तरह से किया गया कि यह रिक्टर पैमाने पर 8 तक के भूकंप, तेज़ विस्फोटों और 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं का सामना कर सके। इस पुल को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यह न केवल भूकंपीय गतिविधियों को सहन कर सकता है, बल्कि यह प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद अपनी स्थिरता बनाए रख सकता है। यह इस पुल की महत्वता को कई गुना बढ़ाता है, क्योंकि यह किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान भी पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।
एफिल टॉवर से भी ऊंचा है चिनाब रेल ब्रिज
चिनाब रेल ब्रिज की ऊंचाई 359 मीटर है, जो इसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाता है। इस पुल की ऊंचाई इतनी है कि यह पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है, जिसकी ऊंचाई केवल 330 मीटर है। यह एक अद्भुत इंजीनियरिंग उपलब्धि है और इसे बनाना भारतीय इंजीनियरों की कड़ी मेहनत और विशेषज्ञता का परिणाम है। इस पुल का निर्माण चिनाब नदी पर किया गया है, जो भारतीय रेलवे के लिए एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण परियोजना थी। इसके निर्माण से पहले इस क्षेत्र के कठिन भूगोल और मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि पुल की डिज़ाइन और निर्माण तकनीक इन परिस्थितियों के अनुरूप हो।
आर्च ब्रिज का अद्वितीय डिज़ाइन
चिनाब रेल ब्रिज का डिज़ाइन एक विशाल स्पैन वाले सिंगल आर्च स्टील ब्रिज जैसा है, और इसमें बड़े स्टील ट्रस का इस्तेमाल किया गया है। इस ब्रिज की आर्च दो-रिब्ड है, यानी इसमें दो मुख्य सपोर्ट्स होते हैं जो पुल की संरचना को मजबूती प्रदान करते हैं। इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया 2017 में शुरू हुई थी, जब इसके बेस सपोर्ट्स तैयार किए गए थे। इसके बाद, मैन आर्च का निर्माण शुरू हुआ, जो अप्रैल 2021 तक पूरा हो गया। अगस्त 2022 में, पूरे पुल का निर्माण समाप्त हुआ, और इसे भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना गया। यह पुल न केवल अपनी ऊंचाई और भूकंपीय क्षमता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसका डिज़ाइन भी बेहद शानदार और तकनीकी दृष्टि से उन्नत है।
क्या है चिनाब रेल ब्रिज का महत्व
चिनाब रेल ब्रिज कश्मीर रेलवे प्रोजेक्ट के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उधमपुर, श्रीनगर और बारामुला को जोड़ने वाला एक प्रमुख पुल है। इसके बनने से कश्मीर घाटी के लिए रेलवे सेवाएं उपलब्ध होंगी, जो यात्रा को तेज़, सुविधाजनक और सुरक्षित बनाएंगी। इसके अलावा, यह पुल भारतीय रेलवे की विकास यात्रा को भी नई दिशा प्रदान करेगा, और आने वाले वर्षों में भारतीय रेलवे नेटवर्क की मजबूती को बढ़ावा देगा। चिनाब रेल ब्रिज केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक अद्वितीय इंजीनियरिंग संरचना है। इसकी ऊंचाई, भूकंपीय क्षमता, और डिज़ाइन इसे एक अभूतपूर्व परियोजना बनाते हैं। यह पुल भारतीय इंजीनियरिंग की एक मिसाल पेश करता है और भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। चिनाब रेल ब्रिज का निर्माण आने वाले वर्षों में भारतीय रेलवे के विकास के प्रतीक के रूप में सामने आएगा।