Edited By Parveen Kumar,Updated: 25 Nov, 2024 03:36 PM
आईसीआरए (ICRA) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में और भी तेज़ी से बढ़ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय आर्थिक गतिविधियों में सुधार के कई सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
नेशनल डेस्क : आईसीआरए (ICRA) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में और भी तेज़ी से बढ़ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय आर्थिक गतिविधियों में सुधार के कई सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर के शुरुआती आंकड़े अच्छे हैं। बिजली की मांग बढ़ी है और त्योहारी सीज़न की वजह से वाहन पंजीकरण में भी वृद्धि देखी जा रही है। यह संकेत ICRA की उम्मीदों को सही ठहराते हैं कि वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में भारत का जीडीपी विकास और तेज़ होगा।
रिपोर्ट में बताया गया कि अक्टूबर 2024 में वाहन पंजीकरण में साल दर साल 32.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो सितंबर में 8.7 प्रतिशत की गिरावट से एक बड़ा सुधार है। दोपहिया और यात्री वाहनों की मांग में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। इसके अलावा, पेट्रोल और डीजल की खपत में भी सुधार हुआ है, और घरेलू हवाई यात्री यातायात भी बढ़ा है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अक्टूबर में देश के गैर-तेल निर्यात में 25.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो सितंबर में 6.8 प्रतिशत थी। इसमें इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, इंजीनियरिंग सामान, रसायन और रेडीमेड परिधान जैसे सामानों की प्रमुख भूमिका रही।
आईसीआरए के बिजनेस एक्टिविटी मॉनिटर ने अक्टूबर में 10.1 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई, जो पिछले आठ महीनों में सबसे अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, इन सकारात्मक रुझानों से यह साफ़ होता है कि भारत की अर्थव्यवस्था लचीली है और आने वाले महीनों में जीडीपी वृद्धि मजबूत हो सकती है।