Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Mar, 2025 03:59 PM

भारत की अर्थव्यवस्था ने पिछले एक दशक में जबरदस्त तरक्की की है। डिजिटलीकरण, वित्तीय समावेशन और सुधारों की वजह से भारत ने 2015 में 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2025 में 4.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बना ली है।
नेशनल डेस्क : भारत की अर्थव्यवस्था ने पिछले एक दशक में जबरदस्त तरक्की की है। डिजिटलीकरण, वित्तीय समावेशन और सुधारों की वजह से भारत ने 2015 में 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2025 में 4.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बना ली है। यह जानकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों के आधार पर दी।
अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों में भारत की आर्थिक वृद्धि असाधारण रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने तेजी से प्रगति की है। इसके अलावा, वित्तीय समावेशन से उन लोगों को भी औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाया गया, जो पहले इससे बाहर थे।
अर्थशास्त्री शरद कोहली ने भी इस तेज आर्थिक वृद्धि का श्रेय सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों को दिया। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का असर कृषि, फिनटेक, शासन, विनिर्माण और बुनियादी ढांचे जैसे कई क्षेत्रों में देखने को मिला है।
अमित मालवीय ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट X पर बताया कि भारत की 105% की यह आर्थिक वृद्धि किसी भी अन्य बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था की तुलना में सबसे अधिक है। वहीं, चीन की अर्थव्यवस्था में पिछले 10 सालों में 76% और जर्मनी की अर्थव्यवस्था में 44% की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि यह उनके निर्णायक नेतृत्व और सरकार की मेहनत का नतीजा है।