Edited By Rahul Rana,Updated: 07 Nov, 2024 12:31 PM
क्या आप जानतें हैं कि देश की एक इकलौती ट्रेन ऐसी है जो किसी भी दूसरी ट्रेन को पास नहीं देती। उसका नाम है एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल ट्रेन। जब यह ट्रैक पर दौड़ती है, तो फिर चाहे कोई भी ट्रेन हो, उसे इसे पास देने के लिए रुकना ही पड़ता है।
नेशनल डेस्क। क्या आप जानतें हैं कि देश की एक इकलौती ट्रेन ऐसी है जो किसी भी दूसरी ट्रेन को पास नहीं देती। उसका नाम है एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल ट्रेन। जब यह ट्रैक पर दौड़ती है, तो फिर चाहे कोई भी ट्रेन हो, उसे इसे पास देने के लिए रुकना ही पड़ता है।
भारत की इकलौती 'एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल' ट्रेन
भारत में जब कहीं कोई ट्रेन एक्सीडेंट हो जाता है, तो वहां यह ट्रेन जल्द से जल्द मेडिकल फैसिलिटी पहुंचाने का काम करती है। यह ट्रेन मॉडर्न इक्विपमेंट और मेडिकल फैसिलिटी से लैस होती है। साथ ही इस ट्रेन में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम भी होती है, ताकि घायलों का तुरंत इलाज किया जा सके।
अब आप सोच रहे होंगे कि इन ट्रेन को खड़ा कहां किया जाता है? आपको बता दें कि भारतीय रेलवे के इंपोर्टेंट यार्ड और स्टेशनों पर इन्हें खड़ा किया जाता है। कोई ट्रेन एक्सीडेंट होने पर यह रेल बचाव और राहत कार्य के लिए बहुत कम समय में दुर्घटना स्थल पर पहुंच जाती है इसलिए इस ट्रेन को जल्द से जल्द दुर्घटनास्थल पर पहुंचाने के लिए दूसरी ट्रेनों को खड़ा कर दिया जाता है।
बता दें कि त्वरित प्रारंभिक प्रतिक्रिया और त्वरित संभव चिकित्सा देखभाल और बहाली के लिए, भारतीय रेलवे ने आईआर प्रणाली पर 160 किमी प्रति घंटे की गति में सक्षम स्व-चालित दुर्घटना राहत ट्रेनें (एसपीएआरटी) भी शामिल की हैं। सभी दुर्घटना राहत ट्रेनों और दुर्घटना राहत मेडिकल वैन में पूर्व-निर्धारित बीट, निरीक्षण कार्यक्रम और प्रतिक्रिया समय होता है। इसके अलावा, भारतीय रेलवे प्रणाली में विभिन्न क्षमताओं की 90 ब्रेक डाउन क्रेनें हैं।