भारत का ASEAN देशों पर फोकस बढ़ा , द्विपक्षीय व्यापार व निवेश होगा और गहरा व मजबूत

Edited By Tanuja,Updated: 17 Sep, 2024 06:31 PM

india s renewed focus on asean countries will deepen bilateral trade

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर और ब्रुनेई का दौरा किया, जिसका उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना और...

International news: हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर और ब्रुनेई का दौरा किया, जिसका उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ाना था। ASEAN क्षेत्र, जो भारत के कुल व्यापार का लगभग 29% हिस्सा है, दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है और भारत की "Act East Policy" और "इंडो-पैसिफिक विजन" में भी अहम भूमिका निभाता है। 1991 में भारत ने "Look East" नीति की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य पूर्वी एशियाई देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना था। 1992 में भारत ASEAN का सेक्टोरल डायलॉग पार्टनर बना।

 

ASEAN, 10 देशों का संगठन है, जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखना और शांतिपूर्ण संवाद को प्रोत्साहित करना है। 2009 में भारत और ASEAN के बीच व्यापार समझौता हुआ, जो 2010 में लागू हुआ। प्रधानमंत्री मोदी के सिंगापुर दौरे के दौरान द्विपक्षीय सहयोग को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूप में बढ़ावा दिया गया। दोनों देशों के नेताओं ने शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), फिनटेक, साइंस और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। साथ ही डिजिटल तकनीकों, 5G, सुपर-कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर निर्माण में भी समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। FY 2023-24 में भारत और सिंगापुर के बीच कुल व्यापार 35.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जिसमें 14.4 बिलियन डॉलर निर्यात और 21.2 बिलियन डॉलर आयात था।

 
वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत और ASEAN देशों के बीच कुल व्यापार 120 बिलियन डॉलर रहा, जिसमें 41.2 बिलियन डॉलर का निर्यात और 79.7 बिलियन डॉलर का आयात हुआ। ASEAN क्षेत्र में भारत के शीर्ष 5 व्यापारिक साझेदारों में सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। भारत की ASEAN देशों के साथ बढ़ती व्यापारिक गतिविधियां भविष्य में इस आंकड़े को और बढ़ा सकती हैं।प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई की यात्रा भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी, जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुई।

 

दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। FY 2023-24 में भारत और ब्रुनेई के बीच कुल व्यापार 286 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा, जिसमें 67 मिलियन डॉलर का निर्यात और 218 मिलियन डॉलर का आयात शामिल है।मलेशिया और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध भी तेजी से मजबूत हो रहे हैं। FY 2023-24 में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 20 बिलियन डॉलर का रहा। मलेशिया में भारत की सबसे बड़ी प्रवासी जनसंख्या है, जो वहां की कुल आबादी का 6.8% हिस्सा है। साथ ही मलेशिया ने भारत में 1.2 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया है।
 


 

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