Edited By Parminder Kaur,Updated: 10 Nov, 2024 02:27 PM
भारत का स्टील निर्यात इस साल अक्टूबर में 11 प्रतिशत बढ़ा है, जो सितंबर के मुकाबले 4.4 मिलियन टन तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा स्टील मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजे डेटा से सामने आया है। इस बढ़ोतरी से स्टील क्षेत्र में सुधार का संकेत मिल रहा है और...
नेशनल डेस्क. भारत का स्टील निर्यात इस साल अक्टूबर में 11 प्रतिशत बढ़ा है, जो सितंबर के मुकाबले 4.4 मिलियन टन तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा स्टील मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजे डेटा से सामने आया है। इस बढ़ोतरी से स्टील क्षेत्र में सुधार का संकेत मिल रहा है और घरेलू कंपनियों को अपनी उत्पादों के लिए बेहतर कीमतें मिल रही हैं।
अक्टूबर में स्टील का निर्यात 4 मिलियन टन से बढ़कर 4.4 मिलियन टन हो गया, जो पिछले महीने के मुकाबले 11 प्रतिशत ज्यादा है। इस वृद्धि का मुख्य कारण आयात में गिरावट है। इसके चलते घरेलू स्टील कंपनियों को तीसरी तिमाही में अपने उत्पादों के लिए अच्छे दाम मिलेंगे।
आयात में गिरावट और घरेलू सुधार
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में स्टील आयात 4 प्रतिशत घटकर 9.8 लाख टन रह गया, जबकि सितंबर में यह आंकड़ा 11 लाख टन था। सरकार ने वियतनाम जैसे देशों से आने वाले खराब गुणवत्ता वाले स्टील पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे आयात कम हुआ और घरेलू कंपनियों को फायदा हुआ।
इस दौरान स्टील कंपनियों की कीमतें भी बढ़ी हैं। राज्य-owned कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के अधिकारियों के अनुसार, घरेलू स्टील क्षेत्र में कुछ सुधार हुआ है और लॉन्ग प्रोडक्ट्स की कीमतें सितंबर के मुकाबले लगभग 2 प्रतिशत बढ़कर 53,000 रुपये प्रति टन हो गई हैं।
2024-25 में उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद
जेएसडब्ल्यू स्टील के CEO जयंत आचार्य ने एक निवेशकों की कॉल में कहा कि सितंबर में आयात के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद कीमतों में गिरावट आई थी, लेकिन अब अक्टूबर में कीमतें बढ़ रही हैं। इस साल के अंत तक 2024-25 में भारत का स्टील उत्पादन 8 प्रतिशत बढ़कर 152 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है। यह वृद्धि भारत में बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स जैसे हाइवे, रेलवे, और बंदरगाह निर्माण में सरकारी खर्च, शहरीकरण और निर्माण गतिविधियों में बढ़ोतरी के कारण होगी।
आर्थिक विकास से फायदा
भारत के स्टील सेक्टर में तेजी से बढ़ोतरी के पीछे देश की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का योगदान है। 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही थी और चालू वित्त वर्ष में यह 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जिससे स्टील की मांग में और वृद्धि होने की उम्मीद है। इस तरह भारत का स्टील सेक्टर धीरे-धीरे सुधार की ओर बढ़ रहा है और आने वाले महीनों में इसकी वृद्धि को बनाए रखने की उम्मीद जताई जा रही है।