Edited By Tanuja,Updated: 23 Dec, 2024 06:00 PM
भारत एक बड़े आर्थिक परिवर्तन के कगार पर है, जो उसे वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। आर्थिक सुधार, रणनीतिक पहल और विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स के साथ...
International Desk: भारत एक बड़े आर्थिक परिवर्तन के कगार पर है, जो उसे वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। आर्थिक सुधार, रणनीतिक पहल और विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स के साथ, भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2030 तक 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। यह महत्वाकांक्षी यात्रा आधुनिक बुनियादी ढांचे, तकनीकी नवाचारों और नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने पर केंद्रित एक स्पष्ट दृष्टि का परिणाम है। 2030 तक, भारत केवल एक आर्थिक महाशक्ति ही नहीं बल्कि सतत विकास और तकनीकी उन्नति का भी अग्रणी देश बन जाएगा।
भारत की पिछले दशक की आर्थिक वृद्धि असाधारण रही है। 2024 में 3.8 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान भारत की प्रति व्यक्ति आय भी 70% से अधिक बढ़कर 2,700 डॉलर से 4,660 डॉलर हो जाएगी। निर्यात भारत की आर्थिक वृद्धि का अहम स्तंभ होगा। 2024 में 778 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2030 तक यह 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। "मेक इन इंडिया" और प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) जैसी योजनाओं के तहत भारत को वैश्विक निर्माण केंद्र में बदलने और रोजगार सृजित करने का लक्ष्य है।भारत का परिवहन ढांचा तेजी से बदल रहा है। रेलवे, विमानन और सड़क नेटवर्क में बड़े सुधार हो रहे हैं। 2030 तक भारतीय रेलवे 100% विद्युतीकरण हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर बड़े शहरों को जोड़कर यात्रा को आसान और तेज बनाएंगे।
2024 में 157 हवाई अड्डों से बढ़ाकर 2030 तक 200 से अधिक हवाई अड्डे बनाए जाएंगे। इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। भारत 2030 तक 1 लाख किमी से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण करेगा। "भारतमाला प्रोजेक्ट" के तहत क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जाएगा। इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से विस्तार हो रहा है। 2030 तक भारत का परिवहन क्षेत्र इलेक्ट्रिक वाहनों पर आधारित होगा, जिससे प्रदूषण कम होगा और शहरी आवागमन टिकाऊ बनेगा।"स्मार्ट सिटी मिशन" के तहत 2030 तक 100 से अधिक शहरों को आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल बनाया जाएगा। इन शहरों में ऊर्जा कुशल भवन, स्मार्ट परिवहन प्रणाली और अपशिष्ट प्रबंधन जैसी सुविधाएं होंगी।
"डिजिटल इंडिया" पहल के तहत 2030 तक देश के हर कोने तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने का लक्ष्य है। यह पहल ई-कॉमर्स, फिनटेक, एजुकेशन और डिजिटल हेल्थ सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। भारत 2030 तक सौर और पवन ऊर्जा के उत्पादन में अग्रणी बन जाएगा। सरकार ने 2070 तक "नेट जीरो" उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। हरित ऊर्जा में यह क्रांति रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी और पर्यावरण की रक्षा करेगी।2030 तक, भारत न केवल एक आर्थिक शक्ति बनेगा बल्कि सतत विकास और नवाचार में भी विश्व का नेतृत्व करेगा। यह परिवर्तन देश के नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगा और भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत स्थान दिलाएगा।