Edited By Parminder Kaur,Updated: 02 Mar, 2025 02:29 PM

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर विदेश से अच्छी खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनेगा और इसकी जीडीपी 6.5% रह सकती है। हालांकि, इसके लिए...
नेशनल डेस्क. भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर विदेश से अच्छी खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनेगा और इसकी जीडीपी 6.5% रह सकती है। हालांकि, इसके लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता होगी, जिन्हें अपनाकर इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
तीसरी तिमाही में अच्छे संकेत
केंद्र सरकार ने 28 फरवरी को वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी किए थे, जो अपेक्षाओं के अनुसार रहे। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारत की विकास दर 6.2% रही है, जबकि दूसरी तिमाही में यह 5.6% थी। तीसरी तिमाही के लिए 6.3% विकास दर का अनुमान था और साल भर में विकास दर 6.5% तक पहुंचने की संभावना है।
IMF का अनुमान: भारत की आर्थिक वृद्धि तेज रहेगी
IMF ने अपने अनुमान में कहा है कि भारत 2025-26 में 6.5% की जीडीपी ग्रोथ के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। हालांकि, IMF ने इसके लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता को रेखांकित किया है। भारत सरकार ने भी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.5% जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है।
भारत को ये सुधार करने होंगे
IMF ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत को अपनी रफ्तार बनाए रखने के लिए निजी निवेश और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण होगा। इसके अलावा स्थिर नीतिगत ढांचा, व्यापार करने में आसानी और टैरिफ व नॉन-टैरिफ कटौती के जरिए व्यापार एकीकरण भी जरूरी है। इन सुधारों से भारत अपनी आर्थिक वृद्धि को वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद तेज बनाए रख सकता है। IMF ने कहा कि भारत को निजी खपत में मजबूत वृद्धि का समर्थन प्राप्त होगा।
2047 में विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत
भारत की जीडीपी ग्रोथ भले ही मामूली धीमी हो, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी लचीली बनी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6% रही है। इसके अलावा, महंगाई दर आरबीआई के निर्धारित दायरे में 2-6% के भीतर आ गई है। IMF का नया मूल्यांकन भारत की आर्थिक ताकत को दर्शाता है और इसके साथ ही 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए निरंतर सुधारों पर जोर दिया गया है।
भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी में वृद्धि
जहां IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक अनुमान जताया है, वहीं भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी वित्त वर्ष 2024-25 में 2.35 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। पिछले दो वित्त वर्षों में प्रति व्यक्ति जीडीपी में 40,000 रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही SBI ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है।