Edited By Tanuja,Updated: 07 Dec, 2024 04:41 PM
भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति दोहरी नीति पर कड़ा रुख अपनाया है। जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी मसूद अजहर...
International Desk: भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति दोहरी नीति पर कड़ा रुख अपनाया है। जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी मसूद अजहर के बहावलपुर में सार्वजनिक रूप से भाषण देने की खबरों के बाद, भारत ने उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "अगर मसूद अजहर पाकिस्तान में है, तो यह उसकी दोगली नीति को उजागर करता है। अजहर एक संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी है और भारत में कई सीमा-पार आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है।
भारत ने मांग की कि पाकिस्तान उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और उसे न्याय के कटघरे में लाए।" उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान बार-बार यह दावा करता रहा है कि मसूद अजहर उसके देश में नहीं है। लेकिन अगर ये रिपोर्ट सही हैं, तो यह साफ तौर पर पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को दिखाता है। जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई बड़ी आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार रहा है। 2019 में जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले में कई भारतीय जवान शहीद हुए थे। इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। यह संगठन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक कुख्यात आतंकवादी संगठन माना जाता है और इस पर पहले से प्रतिबंध लगा हुआ है।
मार्च 2024 में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि "पाकिस्तान आतंकवाद को राजनीति के एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है और इस बात को छिपाने का प्रयास भी नहीं करता।" उन्होंने सिंगापुर में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान को अस्थिर पड़ोसी करार दिया और इसे क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की है कि वह पाकिस्तान पर दबाव बनाए ताकि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित हो। मसूद अजहर का पाकिस्तान में सार्वजनिक रूप से सामने आना उसकी आतंकवाद-समर्थक छवि को और उजागर करता है।