Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Jan, 2025 04:35 PM
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते कई दशकों से काफी जटिल रहे हैं, लेकिन फिर भी दोनों देशों को अपने संबंधों में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
इंटरनेशनल डेस्क : भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर जारी तनाव के कारण दोनों देशों के राजनयिकों के बीच बातचीत तेज हो गई है। बांग्लादेश ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा बांग्लादेश सीमा पर फेंसिंग का काम शुरू करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। भारत ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त को तलब किया है, वहीं बांग्लादेश ने भारत के उच्चायुक्त को भी अपनी चिंता व्यक्त की थी। भारत ने बांग्लादेश से सटी सीमा पर सुरक्षा को लेकर कई स्थानों पर फेंसिंग का काम शुरू किया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, ताकि सीमा पार अवैध गतिविधियों पर काबू पाया जा सके। हालांकि, बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताते हुए इस पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह कदम बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को प्रभावित कर सकता है।
भारत ने बांग्लादेश के डिप्टी हाई कमिश्नर को तलब किया
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किए जाने के बाद, भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त नूरुल इस्लाम को तलब किया। दोनों देशों के बीच यह राजनयिक वार्ता सोमवार को नई दिल्ली में हुई, जहां भारतीय अधिकारियों ने बांग्लादेश के विरोध का खंडन किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया जा रहा है और यह किसी भी प्रकार से बांग्लादेश की संप्रभुता को चुनौती नहीं है।
बढ़ता हुआ विवाद बना जंजाल
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते हाल के वर्षों में जटिल हो गए हैं। बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और पाकिस्तान के साथ बढ़ती नजदीकी के कारण दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव देखा जा रहा है। बांग्लादेश की नई सरकार ने भारत के खिलाफ कुछ रुख अपनाया है, जिससे सीमा पर विवाद और बढ़ गया है।
बांग्लादेश का विरोध जारी
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के सलाहकार, लेफ्टिनेंट जनरल जहांगीर आलम ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल पर आरोप लगाया कि वे बाड़ लगाने में सफल नहीं हो पाए क्योंकि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) और स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि पिछले कुछ सालों में हुए समझौतों के कारण सीमा पर कई मुद्दे पैदा हुए हैं, और इस प्रकार की गतिविधियों से रिश्ते और बिगड़ सकते हैं।