Edited By Parminder Kaur,Updated: 25 Apr, 2025 10:33 AM
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत के बाद भारत सरकार ने कई कड़े फैसले लिए हैं। बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया। भारत ने 1960 में हुए सिंधु जल समझौता को...
नेशनल डेस्क. जम्मू और कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत के बाद भारत सरकार ने कई कड़े फैसले लिए हैं। बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया। भारत ने 1960 में हुए सिंधु जल समझौता को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का फैसला किया। इस समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी का पानी वितरण तय किया गया था। आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु नदी का पानी रोक दिया है, जिसके बाद पाकिस्तान इसका विरोध कर रहा है।
पाकिस्तान का विरोध
भारत सरकार के इस फैसले के बाद पाकिस्तान ने विरोध प्रदर्शन किया और इसे भारत द्वारा एकतरफा कदम बताया है। पाकिस्तान ने इस कदम को तनाव बढ़ाने वाला बताया और इसका विरोध किया है।
भारत के सख्त कदम

सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के फैसले को भारत ने सुरक्षा को लेकर उठाया गया जरूरी कदम बताया है। इसके अलावा भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से अपनी नाखुशी जाहिर की है।
आतंकी हमले की पृष्ठभूमि
मंगलवार को पहलगाम के बैसारन घाटी में आतंकवादियों ने 28 पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें 25 भारतीय और 3 विदेशी नागरिकों की जान चली गई। इस हमले ने देशभर में आक्रोश पैदा किया है और सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।