Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Nov, 2024 03:19 PM
भारत वैश्विक नवाचार के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर कर सामने आया है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार देश में वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) अब उच्च गुणवत्ता वाली नई कार्यालय संपत्तियों की सूची का लगभग आधा हिस्सा रखते हैं। वैश्विक संपत्ति...
नेशनल डेस्क। भारत वैश्विक नवाचार के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर कर सामने आया है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार देश में वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) अब उच्च गुणवत्ता वाली नई कार्यालय संपत्तियों की सूची का लगभग आधा हिस्सा रखते हैं। वैश्विक संपत्ति परामर्श फर्म कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार 2023 के पहले और दूसरे क्वार्टर (Q1 2023 और Q2 2024) के बीच 124 नई कंपनियों ने ग्रीनफील्ड क्षमताओं या अनुसंधान और विकास (R&D) केंद्रों के लिए कार्यालय स्थान पर कब्जा किया। इन कंपनियों में से लगभग दो-तिहाई कंपनियां अमेरिका से थीं जिससे भारत को वैश्विक कंपनियों के लिए एक प्रमुख कार्यालय केंद्र के रूप में और मजबूती मिली है।
भारत के लिए प्रमुख आकर्षण
डीएलएफ रेंटल बिजनेस के प्रबंध निदेशक श्रीराम खट्टर ने बताया कि भारत का सुशिक्षित और लागत-कुशल प्रतिभा पूल वैश्विक कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। उन्होंने कहा, "भारत ने पिछले कुछ वर्षों में एक सक्षम और मेहनती प्रतिभा पूल तैयार किया है, जो विकसित देशों की तुलना में बहुतायत में और कम लागत पर उपलब्ध है।" इसके साथ ही, उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेड ए++ कार्यालय समाधान की उपलब्धता ने भारत को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना दिया है।
नवाचार का केंद्र बन रहा भारत
ब्रुकफील्ड प्रॉपर्टीज के एमडी और सीईओ आलोक अग्रवाल ने कहा कि भारत अब केवल एक बैक-ऑफिस हब नहीं, बल्कि नवाचार, डिजिटल परिवर्तन और व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए एक रणनीतिक केंद्र बन रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने GCC के विकास में वैश्विक नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है। ब्रुकफील्ड के पोर्टफोलियो का 15 मिलियन वर्ग फुट से अधिक हिस्सा अब GCC को समर्पित है।
वाणिज्यिक अचल संपत्ति की बढ़ती मांग
कुशमैन एंड वेकफील्ड के दक्षिण एशिया और एपीएसी क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अंशुल जैन ने कहा कि भारत अब एक वैश्विक नवाचार केंद्र और अनुसंधान एवं विकास के केंद्र के रूप में उभर रहा है। वे मानते हैं कि भारत बहुराष्ट्रीय कंपनियों को विकास बढ़ाने और उनके रणनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर रहा है।
छोटी और मध्यम कंपनियों का भी योगदान
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि भारत में GCC बाजार में छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। रिपोर्ट के अनुसार 44 प्रतिशत नई GCC कंपनियां ऐसी हैं जिनका वार्षिक राजस्व 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम है। Q1 2023 और Q2 2024 के बीच, GCC कंपनियों द्वारा कुल कार्यालय स्थान पट्टे पर देने की मात्रा 28.8 मिलियन वर्ग फुट थी, जिसमें नए GCC का योगदान लगभग 30 प्रतिशत था।
इस प्रकार भारत अब वैश्विक नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बन चुका है जो बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक आकर्षक और रणनीतिक गंतव्य बनता जा रहा है।