Edited By Mahima,Updated: 14 Feb, 2025 11:31 AM
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पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अगले 10 वर्षों में स्टार्टअप्स का सबसे बड़ा हब बनेगा। स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत सरकार ने टैक्स लाभ और अन्य प्रोत्साहन दिए हैं, जिससे भारत में स्टार्टअप्स की संख्या 450 से बढ़कर 1.57 लाख हो गई है। भारत का विशाल घरेलू बाजार...
नेशनल डेस्क: भारत के कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा कि देश में उभरते हुए उद्यमियों के विकास को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों से आने वाले 10 वर्षों में भारत स्टार्टअप्स का एक प्रमुख हब बन जाएगा। वर्तमान में भारत में करीब 1.57 लाख रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स हैं, जबकि 2016 में यह संख्या केवल 450 थी। इस अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए गोयल ने कहा कि अगले दशक में भारत में स्टार्टअप्स की संख्या 10 लाख तक पहुँचने की उम्मीद है।
भारत अब दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा startup ecosystem
भारत में स्टार्टअप्स के लिए बढ़ते अवसरों के बारे में बात करते हुए, गोयल ने कहा कि भारत अब दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है। सरकार ने 16 जनवरी 2016 को 'स्टार्टअप इंडिया' पहल शुरू की थी, जिसका उद्देश्य नवाचार और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना था। इस पहल के तहत सरकार ने कई प्रकार के प्रोत्साहन और सुविधाएं दी हैं, जिनमें टैक्स लाभ, आसान पंजीकरण प्रक्रिया और वित्तीय मदद शामिल हैं। गोयल ने भारत-इज़राइल व्यापार मंच की बैठक में कहा, "हमारे पास अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। 2016 में भारत में स्टार्टअप्स की संख्या 450 थी, जो अब बढ़कर 1.57 लाख हो गई है। अगले 10 वर्षों में हम इसे 10 लाख तक ले जाने की उम्मीद करते हैं। यह देश के व्यापार और उद्योग के लिए एक सुनहरा अवसर है।"
सरकार द्वारा स्टार्टअप्स को दिए गए प्रोत्साहन
'स्टार्टअप इंडिया' योजना के तहत सरकार ने कई पहलें की हैं। इनमें से एक है स्टार्टअप्स को टैक्स और नॉन-टैक्स प्रोत्साहन प्रदान करना, जिससे उन्हें व्यापार शुरू करने और बढ़ाने में आसानी हो। इसके अलावा, सरकार ने स्टार्टअप्स के लिए विशेष सुविधाओं की घोषणा की, जैसे कि बिना किसी चिंता के व्यापार चलाने के लिए संरचनात्मक सहयोग और कानूनी दिक्कतों को कम करने के उपाय। इन कदमों से भारतीय उद्यमिता को गति मिल रही है और स्टार्टअप्स के लिए एक उपयुक्त वातावरण बन रहा है।
बाजार स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा अवसर
पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि भारत 1.4 अरब लोगों का विशाल घरेलू बाजार प्रदान करता है, जो स्टार्टअप्स के लिए अनगिनत अवसरों का स्रोत बन सकता है। उन्होंने कहा, "यह बाजार स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहाँ कंपनियाँ अपने उत्पादों और सेवाओं को एक बड़े उपभोक्ता वर्ग तक पहुंचा सकती हैं।"
आर्थिक सहयोग के नए रास्ते तलाशने की योजना
गोयल ने इज़राइल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर एम. बरकत के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय इजराइली व्यापार प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे के दौरान यह बात कही। दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए एक मजबूत सहयोग पर चर्चा हो रही है। इस बैठक में दोनों देशों के व्यापारिक प्रतिनिधियों ने तकनीकी सहयोग, निवेश के अवसर और आर्थिक सहयोग के नए रास्ते तलाशने की योजना बनाई। भारत और इज़राइल के बीच बढ़ते व्यापार सहयोग से दोनों देशों के लिए व्यापारिक अवसरों के नए द्वार खुल सकते हैं। इस पहल के तहत, दोनों देशों के व्यापारी और निवेशक एक-दूसरे के बाजारों में निवेश बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था में एक नई जान
सरकार द्वारा स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई 'स्टार्टअप इंडिया' योजना ने भारतीय अर्थव्यवस्था में एक नई जान डाली है। इस योजना के अंतर्गत, स्टार्टअप्स को न केवल वित्तीय मदद मिल रही है, बल्कि उन्हें एक मजबूत कानूनी और संस्थागत ढांचा भी प्रदान किया जा रहा है। इससे युवा उद्यमियों को अपने विचारों और योजनाओं को वास्तविकता में बदलने के लिए बेहतर अवसर मिल रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना है ताकि वे अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग कर सकें और भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान कर सकें। भारत अगले 10 वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनने की ओर अग्रसर है। इसके लिए सरकार ने विभिन्न पहलें शुरू की हैं, और इसके परिणामस्वरूप स्टार्टअप्स की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। भारत का विशाल घरेलू बाजार और इज़राइल जैसे देशों के साथ बढ़ते व्यापार और निवेश संबंध भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और अधिक सशक्त बना रहे हैं। यह भारतीय उद्यमिता के लिए एक नए युग की शुरुआत है।