Edited By Parminder Kaur,Updated: 20 Jan, 2025 11:23 AM
वियतनाम की प्रमुख कंपनी विनफास्ट भारत को अपने उत्पादन का केंद्र बनाने के लिए तैयार है। कंपनी ने तमिलनाडु के तुतुकुडी में एक नया कारखाना स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे वह पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का...
नेशनल डेस्क. वियतनाम की प्रमुख कंपनी विनफास्ट भारत को अपने उत्पादन का केंद्र बनाने के लिए तैयार है। कंपनी ने तमिलनाडु के तुतुकुडी में एक नया कारखाना स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे वह पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का निर्यात करेगी।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कारखाने में करीब 200 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा और इसका पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है। विनफास्ट भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक पूरा तंत्र स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। इसके तहत कंपनी अपनी बैटरी निर्माण और चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क के लिए भी निवेश करेगी।
विनफास्ट के एक अन्य समूह की कंपनी "वी-ग्रीन" इस परियोजना के तहत बैटरी निर्माण करेगी और भारत में चार्जिंग ढांचे को विकसित करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने की योजना बनाएगी। यह कंपनी विनफास्ट से अलग है, लेकिन इसके संस्थापक वही फाम नात वुओंग हैं।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में शनिवार को विनफास्ट ने भारतीय बाजार के लिए अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी वीएफ 7 और वीएफ 6 का प्रदर्शन किया। कंपनी ने इन दोनों गाड़ियों को इस साल के अंत तक लॉन्च करने की योजना बनाई है और अगले कुछ सालों में कुल सात इलेक्ट्रिक वाहनों को बाजार में उतारने का लक्ष्य रखा है।
विनफास्ट के एशिया के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी फाम सान चाउ ने बताया कि तुतुकुडी को चुनने का कारण यह है कि यह स्थान बंदरगाह और हवाई अड्डे के करीब है, जिससे निर्यात में आसानी होगी। फिलहाल विनफास्ट के वियतनाम में दो कारखाने हैं, जिनकी उत्पादन क्षमता क्रमशः 50,000 और 1 लाख वाहन प्रति वर्ष है।
भारत में अपने उत्पादन के लिए कंपनी ने शुरुआत में 50 करोड़ डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। इसके अलावा विनफास्ट के अधिकारी ने कहा कि वे भारत में बैटरी निर्माण पर भी विचार कर रहे हैं, ताकि वाहनों में अधिक से अधिक स्थानीयकरण किया जा सके।
विनफास्ट ने बताया कि प्रारंभिक चरण में देश के सभी प्रमुख महानगरों और बड़े शहरों में उनके डीलर पार्टनर होंगे। कंपनी का उद्देश्य भारत में लंबी अवधि तक व्यापार करना है और इसके तुतुकुडी कारखाने में अगले कुछ महीनों में 3,000 से 3,500 लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।