Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Nov, 2024 08:20 AM
भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक अहम बैठक की। इस बैठक में तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाना और सैनिकों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। इस ऐतिहासिक बैठक में तीनों सेवाओं के नॉन-कमीशंड अधिकारियों ने भी भाग...
नेशनल डेस्क: भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक अहम बैठक की। इस बैठक में तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाना और सैनिकों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। इस ऐतिहासिक बैठक में तीनों सेवाओं के नॉन-कमीशंड अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में अग्निवीरों की छुट्टियों के प्रावधान, स्वास्थ्य सुविधाओं (ECHS), और रक्षा यात्रा प्रणाली (DTS) के प्रभावी उपयोग जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई।
अधिकारियों की भागीदारी और चर्चा के प्रमुख मुद्दे
बैठक में सेना के सूबेदार मेजर गोपा कुमार, वायुसेना के मास्टर वारंट ऑफिसर पीके यादव और नौसेना के मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर प्रथम श्रेणी दिल बहादुर छेत्री ने भाग लिया। चर्चा का मुख्य केंद्र सैनिकों के कल्याण से जुड़े विषय रहे। साथ ही, तीनों सेवाओं को प्रभावित करने वाले सामान्य मुद्दों और चिंताओं पर विचार-विमर्श किया गया।
Tri Services Meeting between Army Subedar Major and Equivalent Appointment
A landmark meeting between the Army's Subedar Major Gopa Kumar, the Air Force's Master Warrant Officer PK Yadav and the Navy's Master Chief Petty Officer 1st Class Dil Bahadur Chetri took place today,… pic.twitter.com/TUTLrrV4dc
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) November 15, 2024
अग्निवीरों और नई नीतियों पर ध्यान
विशेष रूप से अग्निवीरों की छुट्टियों के प्रावधान, स्वास्थ्य सुविधाओं (ECHS), और रक्षा यात्रा प्रणाली (DTS) के प्रभावी उपयोग जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। नई नीतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर भी जोर दिया गया।
भविष्य की दिशा
बैठक के दौरान सामने आए मुद्दों को संबोधित करने के लिए संबंधित निदेशालयों और शाखाओं को निर्देशित किया जाएगा। सेना का कहना है कि यह पहल भारतीय सशस्त्र बलों के भीतर संयुक्तता और एकीकरण को मजबूत करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे को और अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाना है।
यह बैठक न केवल तीनों सेवाओं के बीच बेहतर तालमेल का प्रतीक है, बल्कि सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई के प्रति भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।